राजनांदगांव। आम आदमी पार्टी के महापौर प्रत्याशी कमलेश स्वर्णकार ने चुनावी युद्ध में कांग्रेस भाजपा दोनों पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में दोनों ही पार्टी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। इनमें किसी को नागनाथ किसी को सांपनाथ कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम में सत्ता कांग्रेस की रही हो या भाजपा की भ्रष्टाचार तो मिली भगत करके जमकर हुआ है। जनता अगर दोनों में से किसी एक को चुन भी लेती है तो भ्रष्टाचार पर कोई भी अंकुश नहीं लगने वाला है। अधिकारी, ठेकेदार और नेता मिलकर जनता को बेवकूफ बनाते रहे, इसलिए अगर नगर निगम में साफ सुथरी सरकार चाहिए तो महापौर प्रत्याशी आम आदमी पार्टी का चुनना होगा।
श्री स्वर्णकार ने आगे कहा कि देश की राजनीति में आम आदमी पार्टी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में साफ सुथरी सरकार देने का सतत प्रयास किया है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने उन्हें फिर भी बदनाम करने की साजिश रच डाली है। जनता इसे भी समझती है। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कमलेश स्वर्णकार ने जोर देकर कहा कि हम शहर में पार्टी के झाड़ू से पूरे भ्रष्टाचार को साफ कर देंगे और आम आदमी की बुनियादी समस्याओं को हल करने के लिए ईमानदारी से काम करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि नगर निगम राजनांदगांव में भ्रष्टाचार में डूबी भाजपा-कांग्रेस दोनों ही पार्टी में भ्रष्टाचार को ही बढ़ावा दिया, जिसमें ेजनता का विकास नहीं हो पाया, इसके न जाने अनेक उदाहरण है। राज्य की सत्ता सीन भाजपा की चिंता बढ़ी हुई है, क्योंकि विधानसभा चुनाव के समय किए गए वायदों को पूरा नहीं कर पा रही है। विशेष तौर से हजारों की संख्या में किसान समर्थन दर की राशि एक मुस्त नहीं मिलने से तथा पिछला बोनस नहीं मिलने से नाराज है, वहीं महतारी वंदन योजना के लाभ से वंचित महिलाएं भी भाजपा से ना खुश हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन क्षेत्र का नगर निगम होकर भी राजनांदगांव की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। क्षेत्रीय विधायक डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव के विकास के लिए समुचित ध्यान नहीं दिया है, जिसकी वजह से इस शहर का पिछड़ापन बरकरार है। पूर्व में मधुसूदन यादव जब नगर निगम के महापौर थे, उस समय भी भ्रष्टाचार की लगातार मामले सामने आए थे और यह भ्रष्टाचार किसी से छुपी नहीं है। सौंदर्यीकरण, बिजली, पानी,, नाली, रोड सहित अनेक कार्यों में भ्रष्टाचार हुए थे। वही 5 साल तक कांग्रेस के शासनकाल में नगर निगम की दुर्दशा से भी संस्कारधानी के लोग दुखी हैं। नगर पालिका निगम में 5 साल तक सत्ता-सुख भोग कर अपना घर अपनी जेब भरने वाली कांग्रेस को इस बार जनता पूरी तरह नकार रही है। कांग्रेस नगर निगम में शासन करते हुए राजनंदगांव के चमन को उजड़ाने का काम किया है। साथ ही नगर निगम में 5 साल तक कांग्रेस की सत्ता से अधिकारी-कर्मचारी बहुत परेशान रहे हैं। नगर निगम में कांग्रेस सत्ता में रहते हुए अनेक भ्रष्टाचार की किए हैं, जिसका खामियाजा होने वाले नगरी निकाय चुनाव में उठाना पड़ेगा।