सारंगढ़ : सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला बना अवैध खनन माफिया का गढ़ आपको बता दे नवीन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ में गुडेली टीमरलगा को अवैध खदान के नाम से प्रसिद्ध माना जाता है लेकिन किसी की नजर नही पड़ा की बिलाईगढ़ की ओर गुड़ेली टीमरलगा तो बिलाईगढ़ के सामने एक छोटा सा गड्ढों के समान है गुड़ेली टीमरलगा में तो आपको लिज मिल जायेगा कुछ सरकार के नियम कानून पालन करते मिल जायेगे लेकिन बिलाईगढ़ विकासखंड के बेलटिकरी ,छपोरा ,दुमहानी अवैध खदानों से भरा पड़ा है सूत्र की माने तो इस खनन का मास्टर माइंड है नीतीश सिघानिया नामक व्यक्ति बताया जा रहा है जिसका अवैध खदान का साम्राज्य खड़ा कर रखा है जिनका खुद के पास खदान और क्रेशर दोनो संचालित करता है सूत्रों का यह भी कहना है की नीतीश सिघानिया को ना तो शासन प्रशासन का डर है और ना ही कार्यवाही का बेखौफ होकर खदान में 4 से 6 पोकलेन मशीन ,दर्जनों हाइवा ट्रक और ट्रैक्टरों की संख्या गिनते थक जायेंगे सैकड़ों से अधिक गाडियां हर मिनट में पत्थर भर भर का अवैध सप्लाई कर लाखो करोड़ों रुपया का चूना सरकार को लगा रहे और खुद की जेब में काली कमाई भर रहे है जिनके पास न तो कोई रॉयल्टी है नाम मात्र के लिए कुछ डिसमिल जमीन को ले रखे है और उसके आड में कई एकड़ जमीन पर अवैध खनन कर रहे वही किसी भी जगह में सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार कोई बोर्ड तक नहीं लगाया गया वैसे तो अधिकांश खदान अवैध रूप से ही चल रहा है विगत दिनों कलेक्टर ने टास्क फोर्स का गठन कर अवैध खनन,परिवहन पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया लेकिन कार्यवाही शून्य आपको बता दे सारंगढ़ बिलाईगढ़ क कलेक्टर कुमार लाल चौहान ने अधिकारियो की मीटिंग करते हुए अवैध खनन और परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए टास्क फोर्स की टीम गठित किया गया है ताजी जिला में चल रहे पत्थर के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाए जा सके लेकिन अब तक उसके कोई अच्छा खासा पहल दिखाई नही पड़ रहा वही विभाग को भी अवगत कराया जा चुका है लेकिन मौन अवस्था में बैठे है आपको बता दे सारँगढ़ से बिलाईगढ़ जाने वाली मार्ग पर खड़े होकर देखे तो खदान और वहां से पत्थर से भरा गाडियां आपको दर्जनों रोड पर मिल जायेगे और तो और बड़ी बड़ी दर्जनों हाइवा ट्रक में भी भरभर कर क्रेशर में भंडारण कर रह है जिसका किसी के पास रॉयली नही है ? खदानों में दबिश देने की जरूरत? हालाकि कुछ दिनो से लगातार कलेक्टर और खनिज अधिकारी की निर्देश पर छोटी मोटी कार्यवाही जरूर होता रहा है लेकिन असल मास्टरमाइंड खनन माफिया सिघानिया की गाडियां नजर से बच रहा छोटे छोटे पियादे ही हाथ लग पाते है कार्यवाही में सिर्फ गाडियां रोड पर ही पकड़ आ रहा लेकिन अगर वही विभाग थोड़ा अंदर कदम रखे तो ऐसे माफिया की अवैध खदान सैकड़ों फिट गहरे और पोकलेन मशीन से काम करते दिखाई पड जायेगा आपको बता दे ऐसे खदानों पर जाने से ही अवैध खनन और परिवहन पर अंकुश लगाया जा सकता है लेकिन फिलहाल अभी विभाग सिर्फ सड़को पर चल रही गाडियां पर कार्यवाही कर पाई है अगर खदान पहुंचे तो असल खेला पर अंकुश लग सकता है?