-समस्याओं का निराकरण मेरी जिम्मेदारी – उपेंद्र
अंबिकापुर। लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पौड़ी के ग्राम सचिव उपेंद्र सिंह पैकरा ग्राम पंचायत सचिव संघ के प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। राजधानी रायपुर के भामाशाह छात्रावास साहू भवन टिकरापारा में रविवार को हुए चुनाव में सरगुजा जिले के उपेंद्र सिंह पैकरा ने प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे तीन – लोगों को पछाड़ शानदार जीत हासिल की है। इसके पूर्व उपेंद्र सिंह पैकरा संघ के प्रदेश महामंत्री का दायित्व निभा रहे थे। कंवर समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा वे सामाजिक कार्यों में भी आगे रहते हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पारिवारिक सदस्य होने के कारण उनका समाज में भी काफी पैठ है। व्यक्तिगत रूप से भी वे लंबे समय से ग्राम पंचायत की गतिविधियों में शामिल रहे हैं। वे अपने ग्राम इमरभवना के सरपंच भी रह चुके हैं। सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रहने के कारण उपेंद्र की अलग पहचान बन चुकी है। राजधानी रायपुर में हुए सचिव । संघ के चुनाव में उनका मुकाबला वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष तुलसी साहू, प्रवीण साहू सीताराम से था। कड़े मुकाबले में इस महत्वपूर्ण चुनाव में उन्हें निर्वाचित होने का मौका मिला है। पहली बार सरगुजा क्षेत्र से किसी सचिव को ग्राम पंचायत सचिव संघ का प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने का अवसर मिला है। मुखर होने के कारण उपेंद्र सिंह को हर पंचायत का सचिव भली भांति जानता है। बता दें कुछ वर्ष पूर्व जिले के एक प्रशासनिक अधिकारी ने भरी बैठक में जब सचिवों को फटकार लगाई और अपमानजनक व्यवहार किया तो उपेंद्र सिंह पैकरा पूरी निडरता के साथ खड़े हुए और आपत्ति दर्ज कराई थी, तब से उपेंद्र सचिवों के बीच काफी चर्चित हैं। प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद उन्होंने कहा कि सभी साथियों के सहयोग से मुझे पंचायत सचिव संघ का प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित होने का अवसर मिला है। ग्राम पंचायत के सचिव काफ ी वर्षों से संघर्ष कर काम कर रहे थे। काफी संघर्ष और कई बड़े आंदोलन के बाद अब स्थिति सुधरी है। अभी भी सचिवों की कई मांगे पूरी नहीं हो पाई हैं। वर्तमान में भाजपा सरकार प्रदेश में है। उम्मीद है कि सचिवों की सभी मांगे इस सरकार में पूरे होंगे। उन्होंने कहा है कि सरगुजा से लेकर बस्तर तक और बस्तर से राजधानी रायपुर तक ग्राम पंचायत के सचिव की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करना मेरी जिम्मेदारी होगी उन्होंने कहा कि पंचायत में किसी भी विकास कार्य के साथ सामाजिक दायित्वों की पूरी जिम्मेदारी सचिवों पर होती है। प्रशासन की अंतिम कड़ी ग्राम सचिव ही होते हैं, ऐसे में उनकी समस्याएं यदि दूर रहेंगे व बगैर समस्या के रहेंगे तो उनका काम भी बेहतर तरीके से होगा। ग्राम सचिव पर हर विभाग के बड़े अधिकारियों का दबाव होता है ऐसे में उनकी समस्याओं को दूर करना बेहद जरूरी है। मुझे यदि सभी ने प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व दिया है तो निश्चित रूप से मैं इन दायित्वों को ईमानदारी से पूरा करूंगा। इधर प्रदेश अध्यक्ष बनने पर सरगुजा जिला सचिव संघ के पदाधिकारियों के साथ अन्य कर्मचारी संगठनों ने भी उन्हें बधाई दी है।