रायपुर,भू-अभिलेखों का कम्प्यूटरीकरण के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने भुईयां परियोजना के तहत जनता को खसरा तथा बी-वन (खतौनी) जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन उपलब्ध कराने का पक्का इंतजाम कर दिया है। राज्य सरकार द्वारा जमीन संबंधी लेन-देन और दस्तावेजों में पारदर्शिता बढ़ाने की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है। राज्य में लगभग बीस हजार गांव हैं। राजस्व विभाग ने इनमें से 19 हजार 131 गांवों के नक्शे ऑनलाइन कर दिए गए हैं। इसी कड़ी में 19 हजार 460 गांवों के खसरा और बी-वन को भी कम्प्यूटरीकृत कर ऑनलाइन कर दिया गया है। कोई भी व्यक्ति कहीं से भी अपनी जमीन संबंधी इन दस्तावेजों को इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन देख सकता है और वास्तविक समय पर भूमि की स्थिति का भी पता लगा सकता है। इतना ही नहीं, बल्कि लोगों को खसरा और बी-वन की डिजिटल हस्ताक्षरयुक्त प्रतिलिपि देने की योजना पर भी तेजी से काम हो रहा है। अब तक दो करोड़ 16 लाख 98 हजार 236 खसरों में से एक करोड़ 65 लाख 38 हजार 626 खसरों की डिजिटल हस्ताक्षरवाली प्रतिलिपियों को ऑनलाइन कर दिया गया है।