गरियाबंद। मैनपुर देवभोग राष्ट्रीय राजमार्ग पर ग्राम कोयबा अमलीपारा निवासी नकुल मरकाम पिता बिरो सिंग गोंड़ वर्ष के द्वारा 4 सितंबर को शाम 7:30 बजे देवभोग राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हुए एक सरीसृप वन्यजीव अजगर को डन्डे से पीट पीट कर मार डाला गया।इसकी सुचना मिलने के आधार पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी रायपुर छ.ग.सुधीर अग्रवाल एवं मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी एवं क्षेत्र संचालक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व रायपुर छ.ग विश्वेश कुमार झा और उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व गरियाबंद लक्ष्मण सिंह और वरूण जैन के कुशल मार्गदर्शन में 5 सितंबर को आरोपी नकुल के द्वारा वन विभाग के टीम को गुमराह किया गया कि अजगर सांप जिन्दा था जिसे हम 3 लोग कोयबा गांव में सिंचाई विभाग द्वारा बनाये गये बांध में छोड़ा गया है।वन विभाग के टीम को आरोपी के बयान से संतुष्ट नही हुए इसलिए 6 सितंबर को अजगर को मारते हुए विड़ीयो के आधार पर फिर से नकुल मरकाम पिता बिरो सिंग को कड़ी पुछताछ किया गया।पुछताछ से आरोपी नकुल मरकाम के द्वारा अपराध कबुल किया गया और अजगर को मारकर ग्राम-कोयबा से लगे घोघेर नाला में रेत को खोदकर नमक डालकर दफनाया गया जगह में ले जाकर दिखाया गया।वही वन विभाग के द्वारा अजगर को मारे गये डंडा और मृत अजगर को शव परीक्षण कराने के लिए अपने सुपुर्द में लिया गया और आरोपी नकुल पिता बिरोसिंग के विरुद्ध पी.ओ.आर. क्रमांक 8431/23,6 सितंबर वन अपराध पंजीबद्ध किया गया।विवेचना अधिकारी देवनारायण सोनी परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण उदंती (व.प्रा. ) मैनपुर के द्वारा आरोपी नकुल पिता बिरोसिंग को गिरफ्तार कर वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा के तहत माननीय न्यायीक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी देवभोग के समक्ष प्रस्तुत किया गया।इस कार्यवाही में गोपाल सिंह कश्यप सहायक संचालक (उदंती) मैनपुर,देवनारायण सोनी वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण उदंती (मैनपुर), धर्मेन्द सोनवानी स.प.अ. करलाझर,मनोज ध्रुव,प्रभारी स.प.अ. कोयबा,टकेश्वर देवागन,सुर्यदेव जगतवंशी, अनुप जांगडे,विरेन्द्र ध्रुव,भूपेन्द भेडिया,योगेश दिवान, रिंकी जोशी एवं सुरक्षा श्रमिकों का योगदान रहा।