कोलकाता. सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान हुआ। इनमें से चार सीटें पश्चिम बंगाल की थीं। कल हुए उपचुनाव के दौरान सबसे ज्यादा शिकायतें बंगाल से आईं। फर्जी मतदान, हिंसा और धमकी के संबंध में भाजपा की ओर से करीब 100 शिकायतें मिलने के बाद चुनाव आयोग ने बंगाल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
भाजपा ने टीएमसी पर कई गंभीर आरोप लगाए। हालांकि, सत्ताधारी पार्टी ने इन आरोपों को बेतुका और आधारहीन बताया।
हमने शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की: आफताब
सीईओ आरिज आफताब ने कहा, ‘हिंसा की कुछ खबरें आई थीं, लेकिन कुल मिलाकर कल चुनाव शांतिपूर्ण रहा। जब भी हमें इस तरह की हिंसा और कदाचार की रिपोर्ट मिली या हमारे अधिकारियों के संज्ञान में आया हमने तुरंत कार्रवाई की।’
सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि वह आज चुनाव आयोग के सवालों का जवाब देगा। साथ ही यह बताएगा कि इन शिकायतों को लेकर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अब तक क्या कदम उठाए हैं।
बगदाह में तीन गिरफ्तार
एक अधिकारी ने बताया कि मतदाताओं को डराने-धमकाने और भाजपा उम्मीदवार पर हमला करने में कथित संलिप्तता के लिए बगदाह में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
कहां-कितना फीसदी मतदान हुआ
बता दें, मानिकतला, बगदाह, राणाघाट दक्षिण और रायगंज विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। निर्वाचन क्षेत्रों में, रायगंज में सबसे अधिक 67.12 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद राणाघाट दक्षिण में 65.37 प्रतिशत, बगदाह में 65.15 प्रतिशत और मानिकतला में 51.39 प्रतिशत मतदान हुआ।
यहां से भी आईं हिंसा की खबरें
चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, मतदान में वृद्धि हो सकती है क्योंकि आधिकारिक तौर पर मतदान समाप्त होने के बाद शाम छह बजे मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गई थीं। बगदाह, मानिकतला और राणाघाट दक्षिण से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आई हैं।
इन लोगों ने लगाया आरोप
भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर उसके बूथ एजेंटों पर हमला करने और उसके उम्मीदवारों को कुछ मतदान केंद्रों पर जाने से रोकने का आरोप लगाया। भाजपा उम्मीदवारों मनोज कुमार बिस्वास, राणाघाट दक्षिण और बगदाह से बिनय कुमार ने दावा किया कि उन्हें कुछ बूथों पर नहीं जाने दिया गया।
बिनय कुमार ने कहा, ‘मुझे शिकायत मिली थी कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को पीटा है। इसपर मैं मतदान केंद्र जाने लगा तो मुझे रोक दिया गया।’
भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ का आरोप
मनोज बिस्वास ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने कुछ इलाकों में भाजपा कार्यालयों में तोड़फोड़ की। वहीं, एक मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश कर रहे भाजपा के मानिकतला उम्मीदवार कल्याण चौबे को भी विरोध का सामना करना पड़ा और कथित तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
चौबे बुधवार शाम को सीईओ कार्यालय पहुंचे और 89 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की। उन्होंने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने मुझे घेर लिया और वापस जाओ के नारे लगाए। मैंने 89 बूथों पर पुनर्मतदान की मांग की है क्योंकि टीएमसी ने उपचुनावों को तमाशा बना दिया है।’
टीएमसी का भाजपा पर पलटवार
तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा था कि भाजपा चुनाव में अपनी विफलता को छिपाने के लिए केवल बहाने बना रही है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा जानती है कि वह चुनाव हारेगी, इसलिए वे वो बहाने बना रहे हैं। बंगाल के लोग टीएमसी के साथ हैं, यह लोकसभा चुनाव में साबित हुआ था और उपचुनावों में फिर साबित होगा।’
लोकसभा का नतीजा
पिछले लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 29 सीटें जीती थीं जबकि भाजपा ने 12 और कांग्रेस ने एक सीट जीती थी। रायगंज में पिछले विधानसभा चुनाव में भगवा खेमे ने जीत दर्ज की थी। मानिकतला सीट को 2021 में टीएमसी ने सुरक्षित कर लिया था, लेकिन फरवरी 2022 में राज्य के पूर्व मंत्री साधन पांडे के निधन के बाद यह खाली हो गई। बता दें, वोटों की गिनती 13 जुलाई को होगी।