Udhayanidhi Stalin Row: सनातन धर्म की तुलना मलेरिया से करके लोगों के निशाने पर आए उदयनिधि स्टालिन पर भाजपा की ओर से लगातार प्रहार जारी है तो वहीं ‘इंडिया’ गठबंधन के नेतागणों को भी अब इस मामले में सफाई देने में मुश्किल हो रही है।
तो वहीं इस मामले में पहली बार राष्ट्रीय लोकदल की ओर से काफी तीखी प्रतिक्रिया आई है, उसने उदयनिधि स्टालिन पर निशाना साधने के साथ ही भाजपा पर भी सनातन धर्म के नाम पर चुनावी लाभ लेने का आरोप लगाया है।
‘हमने ठेका थोड़ी ना लिया है किसी भी कुत्ते के भौंकने का’
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के बेहद करीबी रोहित अग्रवाल ने ट्वीट करके भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि ‘हमारा सनातन धर्म इतना कमजोर नहीं है कि कोई भी कुछ भी बोल दे और सनातन धर्म आहत हो जाए। वैसे इस उदय निधि स्टालिन का नाम दो दिन पहले कितने लोग जानते थे। हमने ठेका थोड़ी ना लिया है किसी भी कुत्ते के भौंकने का। भारतीय जनता पार्टी अपने चुनावी लाभ के लिए सनातन धर्म का अपमान निरंतर करवाने की कोशिश कर रही है, पर वह सफल नहीं होगी।’
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने?
तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में कहा कि ‘मैं सनातन धर्म का विरोध करने के बजाय उसका उन्मूलन’ करने का पक्षधर हूं। कुछ चीजें हैं, जिन्हें हमें खत्म करना है और हम सिर्फ विरोध नहीं कर सकते, मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते, हमें उन्हें खत्म करना है, सनातन भी ऐसा ही है,जिसका विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है। ”
दिल्ली से लेकर चेन्नई तक सियासी बवाल
उदयनिधि स्टालिन के इस बयान पर दिल्ली से लेकर चेन्नई तक बवाल मच गया है। भाजपा ने उदयनिधि स्टालिन को हिंदू विरोधी बताते हुए नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
‘स्टालिन तो नरसंहार की बात कर रहे हैं’
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि ‘उदयनिधि स्टालिन तो सनातन धर्म को मानने वालों के नरसंहार की बात कर रहे हैं, क्या यही सब मुंबई में हुई बैठक ( इंडिया अलांयस) की बैठक में तय हुआ था। ‘ तो वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने इसी बयान को लेकर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।
‘ये सभी वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं’
तो वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने स्टालिन समेत पूरे विपक्षी भारतीय गठबंधन दल के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘ये सभी वोटबैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं और इसी के चलते ‘सनातन धर्म’ का अपमान करते हैं। ये घमंडिया गठबंधन है।’