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रमन सिंह और भाजपा का छल कपट छत्तीसगढ़ ने देखा है, भोगा है, भुगता है : कांग्रेस

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झीरम में कांग्रेस नेताओं की पूरी पीढ़ी का नरसंहार भाजपा के छल कपट का सबसे बड़ा जीता जागता सबूत

रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब किसानों से किये वादा पूरा नहीं किए, अब विपक्ष में है तब किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार देने का विरोध कर रहे

रायपुर/05 जनवरी 2020। रमन सिंह के ट्विट में प्रयुक्त तू तड़ाक और तुम्हारें तुम्हें की भाषा पर आपत्ति करते हुये प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सिंह जी की शब्दावली से उनकी बौखलाहट स्पष्ट झलक रही है। बहाना बनाना चालाकी करना और धान सड़ाना रमन सिंह जी की भाजपा सरकार का चरित्र रहा है। छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान के योद्धा माटी पुत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चालाकी चतुराई नहीं मेहनत, लगन और संघर्ष पर हमेशा भरोसा किया है। किसानों से और छत्तीसगढ़ की जनता से छल कपट करना तो भाजपा और रमन सिंह जी की फितरत रही है।
भाजपा ने 2013 के घोषणा पत्र में कहा था कि 2100 रू. समर्थन मूल्य देंगे, नहीं दिया। भाजपा ने कहा था कि 5 साल तक 300 रू. बोनस देंगे, नहीं दिया। भाजपा ने कहा था एक-एक दाना धान खरीदेंगे, नहीं खरीदा। भाजपा ने कहा था 5 हार्सपावर पंपों को मुफ्त बिजली देंगे, नहीं दी। भाजपा ने कहा था कि स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशे लागू करेंगे, किसानों को फसल की लागत पर डेढ़ गुना जोड़कर दाम देंगे, नहीं दिया। भाजपा ने कहा था 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करेंगे, अभी तक किसानों की आय बढ़ाने के लिये कुछ भी नहीं किया। रमन सिंह सरकार में ही तो कमीशनखोरी, भ्रष्टाचार, झलियामारी, सारकेगुड़ा, नसबंदी कांड, अंखफोड़वा कांड, गर्भाशय कांड, अंतागढ़ कांड, नकली दवाई, दवा खरीदी में घोटाला, मेडिकल उपकरण खरीदी घोटाला, इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाला, रतनजोत घोटाला, 22 लाख फर्जी राशन कार्ड बनाकर मजदूरों के अनाज में हेराफेरी करने वाले 36 हजार करोड़ के नान घोटाला, चना घोटाला, नमक घोटाला, चरण पादुका घोटाला, मोबाईल घोटाला हुआ। आदिवासियों के नाम से योजना बनाकर भारी भ्रष्टाचार कमीशनखोरी किया गया सरकारी खजाने को लूटा गया।
छल कपट कर 15 साल तक रमन सरकार निर्दोष आदिवासियों को जेल में बन्द किया जाता रहा, रमन सिंह सरकार में पांचवी अनुसूची क्षेत्रो को मिले कानूनी अधिकारों को दरकिनार कर ग्राम सभा के अनुमोदन के बिना हजारों आदिवासी से जमीन छीनी गई, रमन सिंह सरकार में नक्सली बताकर आदिवासियों के मासूम बच्चों को मुठभेड़ में मारा गया, झलियामारी बालिका गृह में हुई बलात्कार की घटना, मीना खलखो, पेद्दागेल्लूर, सारकेगुड़ा की घटना, बस्तर क्षेत्र के युवाओं को सरकारी नौकरी से वंचित रखा गया आउटसोर्सिंग से भर्ती कर उनके हक अधिकार को बेचा गया, रमन सरकार के दौरान तेंदूपत्ता संग्राहकों की लाभांश में हेराफेरी की गई, चरणपादुका खरीदने में भ्रष्टाचार किया गया, 5 लाख वनाधिकार पट्टा निरस्त किया गया था, पूर्व की रमन सरकार के दौरान निरन्तर आदिवासी वर्ग पर अत्याचार हुआ उनके अधिकारो का हनन किया गया। आदिवासी कल्याण के नाम से सरकारी योजना बनाकर बंदरबाट किया गया।

झीरम में कांग्रेस नेताओं की पूरी पीढ़ी का नरसंहार भाजपा के छल कपट का सबसे बड़ा जीता जागता सबूत

छल कपट और धोखाधड़ी की भाजपा की रमन सिंह सरकार की राजनीति का पर्दाफाश करते हुए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि या नहीं भुलाया जा सकता कि 25 मई 2013 को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर सुकमा से वापस लौटते समय ठीक उसी स्थान पर हमला हुआ जहां रमन सिंह सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था हटा ली थी और ठीक कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दिन सुकमा जिले में विपरीत दिशा में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का दिखावा करके पूरा पुलिस बल वहां भेज दिया था। भाजपा सरकार के इस छल कपट की कीमत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल महेंद्र कर्मा उदय मुदलियार दिनेश पटेल अभिषेक गोलछा गोपी माधवानी योगेंद्र शर्मा जैसे नेताओं को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी। कांग्रेस के हमले के तत्काल बाद रूट परिवर्तन का छल कपट और प्रपंच फैलाने वाले लोग आज कांग्रेस के नेतृत्व पर झूठे आरोप लगाने का दुस्साहस ना करें अन्यथा छत्तीसगढ़ की जनता और किसान उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।

रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब किसानों से किये वादा पूरा नहीं किए, अब विपक्ष में है तब किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार देने का विरोध कर रहे

प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और भाजपा को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब किसानों से किए वादों को पूरा नहीं किए उन्होंने किसानों को धान की कीमत 2100रु प्रति क्विंटल और 300रु. बोनस देने का वादा किया था, अब विपक्ष में है तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के किसानों को 10000रु. प्रति एकड़ सहायता दे रही है तो उसका विरोध कर रहे हैं। विपक्ष का काम होता है राज्य सरकार को आम जनता से किये वादे को पूरा कराने के लिए दबाव बनाना। लेकिन दुर्भाग्य की बात है राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा उल्टा काम कर रही है और राज्य सरकार के द्वारा जनता से किये वादा को पूरा करने से रोक रही है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के 24 महीने के कार्यकाल के बाद राज्य का मुख्य विपक्षी दल भाजपा मुद्दाहीन हो चुकी है मुद्दों के दिवालियापन के दौर से गुजर रही है। भाजपा राज्य सरकार की छवि खराब करने निरंतर झूठे मनगढ़ंत आधारहीन आरोप लगा रही है और जनता के सामने औंधे मुंह गिर रही है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि छल कपट करना धोखेबाजी करना भाजपा का संगठनात्मक गुण है जो उन्हें भाजपा के पितृ संगठन से विरासत में मिला है। भाजपा की जहां-जहां भी सरकार है वहां की जनता त्रस्त है। केंद्र में मोदी भाजपा की सरकार के 7 साल के कार्यकाल की अगर उपलब्धि पूछा जाए तो भाजपा नेताओं के पास जवाब नहीं है। किसानों से युवाओं से मजदूरों से महिलाओं से वादा कर मुकर जाना भाजपा नेताओं की फितरत है। चुनाव में किए वादे को चुनावी जुमला बताना और जनता के साथ धोखा करना भाजपा नेताओं का चरित्र है। किसानों को स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य और 50 प्रतिशत प्रॉफिट देने का वादा किया गया था। सस्ते दर पर डीजल और रासायनिक खादों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का वचन दी गई थी। किसानों की आय दोगुनी करने का सपना दिखाया गया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। बल्कि मोदी भाजपा की सरकार तीन काले कृषि कानून लाकर भारत के किसानों को चंद पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहते हैं उनको गुलाम बनाना चाहते हैं यह भाजपा की नीति है।
प्रदेश कांग्रेश उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. रमन सिंह असफल सिद्ध हुए हैं अब विपक्ष में भी उनका रवैया छत्तीसगढ़ विरोधी किसान विरोधी मजदूर विरोधी है। छत्तीसगढ़ की जनता ने फोटो 15 साल के सत्ता के बाद 15 सीट में लाकर समेट दिया और उसके बाद हुए उपचुनाव में भाजपा 14 सीट पर आ गई। भाजपा का यही छत्तीसगढ़ विरोधी रवैया रहा तो 2023 के चुनाव में 4 सीट भी मिल जाए बड़ी बात हो गई। छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है कैसे रमन सिंह भाजपा छत्तीसगढ़ के संस्कृति कला परंपराओं तीज त्योहारों का विरोध कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ के किसानों के हित में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं छत्तीसगढ़ की जनता  इसका जवाब भाजपा को जरूर देगी।