Home छत्तीसगढ़ सड़कों के विकास ने किया पर्यटन केंद्रों की दूरी कम

सड़कों के विकास ने किया पर्यटन केंद्रों की दूरी कम

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जगदलपुर, 30 दिसम्बर 2020

अधोसंरचना किसी भी आधुनिक विकास की आधारशिला होती है। प्रदेश या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था की उचित वृद्धि या विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं में उपयुक्त सड़कें और पुल की आवश्यकता होती है। विगत दो वर्षों में बस्तर जिले के लोक निर्माण विभाग उत्तर बस्तर संभाग क्रमांक-02 जगदलपुर के द्वारा जिले में महत्वपूर्ण सड़कों का विकास किया गया है। जिनमें राष्ट्रीय राजमार्ग-30 में स्थित भानपुरी से मुंडागांव-नारायणपाल होते हुए चित्रकोट तक सड़क का उन्नतिकरण कार्य पुल-पुलिया सहित 27.80 किलोमीटर की दूरी 39 करोड़ 99 लाख रूपए से अधिक राशि से निर्मित किया गया। इस मार्ग के निर्माण से राजधानी रायपुर की ओर से आने वाले पर्यटको को भानपुरी से सीधे चित्रकोट कम समय में पहुंच सकते हैं। पर्यटको को जगदलपुर शहर, लोहण्डीगुड़ा होकर चित्रकोट जाने की जरूरत नहीं होगी। इससे लगभग 48 किलोमीटर दूरी की बचत हो रही है।
    इसी प्रकार लोक निर्माण विभाग द्वारा एनएच-30 बस्तर से भाटपाल के मध्य 02 करोड़ 42 लाख की लागत से सड़क का निर्माण किया गया है। बस्तर से भाटपाल मार्ग बस्तर विकासखंड का बहुत ही महत्वपूर्ण मार्ग है जो 15 गांवों को बस्तर विकासखंड मुख्यालय और एनएच-30 से सीधे जोड़ता है। इस मार्ग के बनने के बाद ग्रामीणों को आवागमन की सुविधा बढ़ी है। जिससे व्यावसायिक एवं सामाजिक गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हुई है।
    लोक निर्माण विभाग द्वारा 29 किलोमीटर की दरभा से कटेकल्याण मार्ग का निर्माण किया गया है। इस सड़क के निर्माण में 21 करोड़ 66 लाख से अधिक राशि का उपयोग किया गया है। दरभा-कटेकल्याण मार्ग की कुल लंबाई 32 किलोमीटर है, जिससे 1 से 29 किलोमीटर लोक निर्माण विभाग, उत्तर बस्तर संभाग क्रमांक-02 जगदलपुर के अंतर्गत आता है। इस मार्ग के पांच किलोमीटर में विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल तीरथगढ़ है, मार्ग पर पर्यटन स्थल होने के कारण एवं दो ब्लॉक मुख्यालय दरभा (जिला-बस्तर) एवं कटेकल्याण (जिला-दंतेवाड़ा) को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है।
    लोहण्डीगुड़ा, तारागांव, गरदा, कोड़ेनार मार्ग मुख्य जिला मार्ग है जो कि जगदलपुर तथा दंतेवाड़ा को जोड़ता है। इस सड़क के विकास हेतु 21 करोड़ 16 लाख से अधिक राशि खर्च की गई है। इस मार्ग के निर्माण से व्यवसायिक गतिविधियां पहले से बेहतर हुई है और दंतेवाड़ा की ओर से चित्रकोट वाटरफॉल आने वाले टूरिस्टो को भी इसका लाभ मिल रहा है।