दुर्ग। लोकगायक तुषांत बारले को लोककला के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए विधानसभा अध्यक्ष डा.रमन सिंह ने स्पीकर हाउस में सम्मानित किया। तुषांत की लोकगीत, लोकनृत्य, लोकसंगीत के क्षेत्र में कड़ी महेनत और कला साधना की प्रशंसा करते हुए डा.रमन उन्हें कलाश्री सम्मान के साथ शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। तुषांत के साथ उनके पिता प्रख्यात लोक कलाकार पद्मश्री डा.आरएस बारले भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है, कि इसके पहले भी तुषांत को कई सम्मान मिले हैं। तुषांक बारले छत्तीसगढ़ का करमा, ददरिया पंथी, जसगीत, पचरा, भोजली, जवारा, सरहुल, शैला रिलो, सुवा गीत, फागगीत, डंडागीत, और चंदैनी भरथरी सभी लोकशैली में अपनी प्रस्तुति देते हैं।