पाटन ( समय दर्शन)त्तीसगढ़ के पाटन क्षेत्र में इन दिनों आरटीओ नियमों की खूब धज्जियां उड़ाई जा रही है। नियमों को ताक में रखकर धान का परिवहन किया जा रहा है। ओवरलोड ट्रकों से दुर्घटना की आशंका बढ़ गई है। लेकिन जिम्मेदारों की इस ओर निगाहें नहीं जा रही हैं। अलाम यह है कि भीड़ वाले इलाके में भी ओवरलोड ट्रक चल रहे है। पिछले दिनों सुरपा के पास मुख्य मार्ग पर कई बोरे गिर गए।
पाटन क्षेत्र सड़कों में ऐसे ओवर लोडेड ट्रक दिखना आम बात हो है। समर्थन मूल्य में खरीदे गए धान को ट्रकों में भर कर संग्रहण केंद्र सेलूद भेजा जा रहा है। परिवहन के दौरान आरटीओ नियमों की खुलकर अनदेखी की जा रही है।
किसानों के गाड़ी की जांच
जानकारी के मुताबिक किसान गाड़ी लगाकर धान को बेचने के लिए समिति तक ले जाते है। इन गाड़ियों में अगर थोड़ा सा भी ओवर लोड दिखे तो तत्काल रोक कर जांच किया जाता है। लेकिन दिन रात धड़ल्ले से धान का परिवहन में लगे ट्रकों में ओवर लोड परिवहन किया जा रहा है इस पर किसी का नजर नहीं है। जिससे कि अब किसानों में भी रोष देखा जा सकता है।
दुर्घटना हुई तो कौन होगा जिम्मेदार
पाटन क्षेत्र के सभी सेवा सहकारी समिति में खरीदे गए धान को ट्रकों के माध्यम से भरकर धान संग्रहण केंद्र सेलूद ले जाया जा रहा है। लेकिन इन ट्रैकों में धान को ट्रैक की क्षमता से अधिक लोड किया जा रहा है। ट्रक सड़कों पर चलते है तो लगता है कि कभी भी धान की बोरी गिर जाएगी। ओवर लोड ट्रकों के कारण दुर्घटना हुई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।