राजनांदगांव। डुमरडीहकला में कथा के आठवें दिन हजारों की संख्या में भक्तों ने आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के श्रीमुख से कथा का श्रवण किया गया। शनिवार को कथा स्थल के आसपास बुंदेलीकला, ठेलकाडीह, पदुमतरा, खैरा आदि क्षेत्रों के श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से पंडाल को बढ़ाया गया, तब जाकर श्रद्धालुओं की भीड़ सम पाई है। पूरा कथा स्थान खचाखच भरा रहा। कथा स्थल के बाहर से भी लोग प्रोजेक्ट्स से कथा श्रवण किये। भागवत कथा की शुरुआत भागवत आरती और देवी जसगीत के साथ किया गया।
आचार्य पं. युवराज पाण्डेय ने अपने आठवें दिन की कथा में बताया कि महिषासुर एक राक्षस था, जिसका जन्म एक महिष (भैंस) से हुआ था, वह बहुत शक्तिशाली और दुर्जेय था। महिषासुर ने भगवान ब्रह्मा को प्रसन्न करने के लिए तपस्या की। भगवान ब्रह्मा ने प्रसन्न होकर महिषासुर को वरदान दिया कि वह किसी भी पुरुष द्वारा मारा नहीं जा सकता। महिषासुर ने वरदान प्राप्त करने के बाद देवताओं और मनुष्यों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया। वह स्वर्गलोक पर भी आक्रमण कर दिया और देवताओं को हरा दिया। देवताओं ने भगवान विष्णु, भगवान शिव और भगवान ब्रह्मा से मदद मांगी। तीनों देवताओं ने अपनी शक्तियों को मिलाकर देवी दुर्गा को पैदा किया। देवी दुर्गा ने महिषासुर के साथ युद्ध किया और उसे मार डाला। महिषासुर की मृत्यु के साथ ही देवताओं और मनुष्यों को शांति मिली। इसके पक्ष टी रक्त बिजवाड़ चंद मुंड की वह सभी राक्षसों का वध की कथा बताते हुए कहा कि देवी दुर्गा जगदंबा की विजय हुई। इसी के उपलक्ष में नवरात्र के महीने में देवी दुर्गा की विजय के उपलक्ष्य में नवरात्रि का उत्सव मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान देवी दुर्गा की पूजा की जाती है और उनकी विजय का जश्न मनाया जाता है, इनके साथ श्रीमद भागवत कथा का विराम दिया गया।
तत्पश्चात गाजे-बाजे अतिशबाजी के साथ रथ में गांव भ्रमण कर चंडी यज्ञ का पूर्ण आहुति आचार्य पं. युवराज पाण्डेय के साथ 11 वैदिक ब्राम्हण के साथ कराया गया।
आज के कथा में प्रमुख रूप से वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख, पूर्व विधायक भुनेश्वर बघेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, जिला पंचायत सभापति भाजपा जिला अध्यक्ष घम्मन साहू, जिला पंचायत सदस्य राजेश श्यामकर, प्रदेश सचिव कांग्रेस कमेटी अश्वनी ठाकुर, क्षेत्रीय जनपद सदस्य सभापति ओमप्रकाश साहू, भाजपा मंडल अध्यक्ष जागेश्वर साहू, धन्नु बाफना, परदेशी साहू, राकेश साहू, डुमरडीह सरपंच जजमान दिनेश-सुनीता ठाकुर, घुमका सरपंच फूलमती साहू, मुरमुंदा सरपंच कल्पना साहू, बिरेझर सरपंच पार्वती साहू, सौरभ वैष्णव, मनोज वैष्णव, मालिखम कोसरे, पवन महोबिया सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण किये।