0 चौथे दिन बारिश के बीच सोनवाही पहुंचे पूर्व सीएम भूपेश बघेल
कवर्धा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता जिले के बैगा बाहुल्य क्षेत्र में स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग, पीएचई को पानी का सेंपल लेकर जांच किया जाना चाहिए। लेकिन राज्य सरकार की बड़ी लापरवाही के चलते ग्राम सोनवाही में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की मौत हो रही है। इस प्रकार की घटना लगातार कबीरधाम जिले के सभी ब्लॉक में घटित हो चुकी है। उसके बाद भी शासन प्रशासन हाथ में हाथ रखकर बैठी है। ये बड़ी दुख की बात है।
जिले के बैगा बाहुल्य क्षेत्र सोनवाही गांव में 10 जुलाई से तीन दिनों में उल्टी-दस्त से पांच बैगा आदिवासियों की मौत हो गई थी। घटना के चौथे दिन पूर्व सीएम भूपेश बघेल बारिश में सोनवाही पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की और दुख बाटा। इस दौरान श्री बघेल ने वनांचल ग्राम झलमला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर मरीजों का हालचाल जाना और डॉक्टरों से मरीजों के बारे में जानकारी लेने के बाद घटना के लिए राज्य सरकार की नाकामी को उजागर किया।
0 पांच बैगा आदिवासियों की मौत को जिला प्रशासन छुपाने की कोशिश कर रहा
पूर्व सीएम बघेल ने स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम सोनवाही में 5 बैगा आदिवासियों की उल्टी-दस्त से मौत को जिला प्रशासन छुपाने की कोशिश कर रहा है। सोनवाही गांव में उल्टी-दस्त से मौत होने के बाद स्वास्थ्य कैम्प लगाया और करीब 100 लोगों की स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें दो दर्जन से अधिक ग्रामीण मलेरिया पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग मरीजों के घर में ही आज मच्छरदानी वितरण किए, जबकि सोनवाही गांव के सभी घरों में मच्छर दानी वितरण करना चाहिए।