नई दिल्ली । किसान देश भर में ट्रेनों को रोकेंगे। रेल रोको अभियान में महिला किसान भी शामिल होंगी। इसके तहत अकेले पंजाब में 52 स्थानों पर ट्रेनों को रोका जाएगा। किसान आंदोलन के 26वें दिन संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कुछ फसलों पर एमएसपी देने के बयान को पूरी तरह से भ्रामक बताते हुए कहा कि यह वही प्रस्ताव है जिसे पिछली बैठक में किसान नेताओं ने आंदोलन की मुख्य मांग के विपरीत बताकर खारिज कर दिया था। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की लाइन पर केवल 5 साल के लिए ही एमएसपी दे रही थी।
किसान आंदोलन के नेता अमरजीत सिंह मोहरी, मलकीत सिंह और जंग सिंह भतेरडी ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों से दिल्ली पहुंचे साथी किसानों को दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी है। यह सरकार का असली चेहरा उजागर करता है। सरकार नहीं चाहती है कि किसान दिल्ली आएं और अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन करें।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अंबाला में धारा 144 और अंबाला प्रशासन द्वारा दिए गए बयान सीधे तौर पर साबित करते हैं कि हरियाणा सरकार देश में लोकतंत्र और संविधान को कोई महत्व नहीं देती है। उन्होंने कहा कि किसान ऐसी सरकारी धमकियों से कभी नहीं डरते हैं और अपने अधिकारों के लिए खड़े हो हर तरह की लड़ाई लड़ेंगे।
उन्होंने रेल रोकने को लेकर कहा कि इस अभियान में नारी शक्ति बराबर की भूमिका निभाएगी और पंजाब के साथ देश भर में रेल रोकी जाएगी। 10 मार्च को किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) रेलों को रोकेंगे।