मुजफ्फरपुर । जिस रेड लाइट इलाके के बच्चे कभी पुलिस को देखते डर जाते थे। आज वहीं बच्चे पुलिस अंकल से पढ़कर उनके जैसा ही पुलिसवाला बनने के सपना देख रहे हैं। यह सब मुमकिन हुआ है मुजफ्फरपुर पुलिस और रेड लाइट इलाके से आने वाली सामाजिक कार्यकर्ता नसीमा खातून की बदौलत। इस लेकर ओपी में पुलिस पाठशाला खोली गई है।
मुजफ्फरपुर में रेड लाइट इलाके के बच्चों को पढ़ने के लिए पुलिस पाठशाला की शुरुआत की गई है। ताकि, स्लम एरिया के गरीब और रेड लाइट एरिया के बच्चों को पढ़ाकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। पाठशाला में पूरी क्लास रूम की तरह व्यवस्था की गई है। इसमें पहली कक्षा से लेकर आठवीं क्लास के बच्चों को क्लास दी जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस पाठशाला में अभी करीब दो दर्जन से अधिक बच्चे पढ़ाई करने आ रहे हैं। इस पाठशाला में पुलिसकर्मी के साथ अलग स्कूल के टीचर भी क्लास देते हैं। पढ़ने के लिए पेन, पेंसिल समेत अन्य सामान दिया जाता है। बच्चों के पढ़ने के लिए थाने के बगल में खाली जगह को टेंट से घेर दिया गया है।
कमरे को क्लास रूम की शक्ल देने के लिए दीवार पर अल्फाबेट, ककहरा, टेबल और राइम्स बोर्ड भी लगाया गया है। फर्श पर बैठकर बच्चों को पढ़ने के लिए ग्रीन मैट बिछाया गया है। ताकि, बच्चों को ठंड का एहसास नहीं हो। कन्हौली थाने पर शुरू हुई पुलिस पाठशाला चर्चा का केंद्र बना हुआ है। शहर के रहने वाले भी जिला पुलिस की इस पहल को काफी सराहना कर रहे हैं।
इसकी पहल सामाजिक कार्यकर्ता नसीमा और एक स्कूल के शिक्षक ने की है। इसके बाद पाठशाला शुरू हुआ। करीब एक माह पहले यह क्लास पांच बच्चों से शुरू हुआ था। अब यहां दो दर्जन से अधिक बच्चों ने नामांकन कराया है। वे नियमित क्लास करने के लिए आते हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए रोज नए-नए टीचर आते हैं। इसके अलावा बच्चों को पुलिसकर्मियों के कार्यशैली भी बताई जाती है।
वहीं, रेड लाइट इलाके की सोशल वर्कर नसीमा ने बताया कि इस इलाके की डेवलपमेंट के लिए हम लोग लगातार कार्य करते आ रहे हैं। इसके बाद एएसपी टाउन के सहयोग से पुलिस पाठशाला खोला गया है। इसमे पुलिस पदाधिकारी थाना इंचार्ज और खुद एएसपी सर पढ़ाते हैं। इससे इस इलाके के बच्चे मुख्यधारा में जुड़ स
एएसपी नगर अवधेश सरोज दीक्षित ने बताया की स्लम, रेड लाइट एरिया में रहने वाले गरीब परिवार के बच्चे, जो कोचिंग या होम ट्यूशन नहीं पढ़ सकते हैं, उन्हें टीओपी में मुफ्त में दोपहर के साढ़े तीन बजे से शाम पांच बजे तक पढ़ाया जा रहा है। पाठशाला में पूरी क्लास रूम के तरह व्यवस्था की गई है। इसमें पहली से लेकर आठवीं क्लास के बच्चों को क्लास दी जा रही है।