कैंप-एक भिलाई निवासी डेंगू पीड़िता की एम्स रायपुर में प्रसव के दौरान मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रसूता की मौत अत्यधिक रक्त स्राव की वजह से हुई है। दूसरी ओर दुर्ग-भिलाई में डेंगू के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को डेंगू एलिजा पाजिटिव के पांच नए प्रकरण मिले। दुर्ग-भिलाई सहित आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप अब भी जारी है।
जानकारी के मुताबिक कैंप-एक भिलाई जलेबी चौक निवासी देवेश गुप्ता की पत्नी बिंदु कुमारी गुप्ता (39) की नौ अक्टूबर को एम्स रायपुर में मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक महिला गर्भवती थी और उसे बुखार था। महिला की दो अक्टूबर को जांच कराई गई, जिसमें उसे डेंगू से पीड़ित होना पाया गया। चार अक्टूबर को उसे भिलाई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से छह अक्टूबर को एम्स रायपुर रेफर किया गया। नौ अक्टूबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जिला मलेरिया अधिकारी डा. ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में जानकारी ली है। उन्होंने बताया कि बिंदु का एलिजा टेस्ट निगेटिव था। इस कारण उसकी मौत डेंगू से नहीं हुई है। उनके मुताबिक प्रसव के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव होने की वजह से मृत्यु हुई है।
नौ मरीज अभी भी अस्पताल में भर्ती
मंगलवार को डेंगू एलिजा पाजिटिव के पांच नए प्रकरण मिले। इसमें मालवीय नगर दुर्ग से एक, उतई से एक, भिलाई-तीन से एक, वैशाली नगर से एक व स्टेशन मरोदा से एक मरीज शामिल है। वर्तमान में नौ मरीजों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।
मंगलवार को जिन क्षेत्रों में नए मरीज मिले हैं, उनमें नगर निगम भिलाई, चरोदा, रिसाली, जनस्वास्थ्य विभाग भिलाई इस्पात संयंत्र व नगर निगम दुर्ग की टीम के द्वारा लार्वा नष्टीकरण के लिए टेमीफास का छिड़काव किया गया। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी मेश्राम के अनुसार डेंगू नियंत्रण व रोकथाम के लिए प्रभावित क्षेत्रों में टीम द्वारा कुल 1,31,093 घरों का सर्वेक्षण किया जा चुका है।