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चिंतित न हों किसान, थरहा लगाकर भी बचा सकते हैं फसल : मदन साहू

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राजनांदगांव। जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष मदन साहू ने अधिक बारिश होने के चलते बोआई में पिछड़ने, बीज के बह जाने जैसी स्थितियों पर चिंतित न होने और इसका उपाय करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लाई-चोपी और रोपा के कारगर न होने पर वे थरहा पद्धति का सहारा लेकर अपना समय और फसल दोनों में बचा सकते हैं।
जिला अध्यक्ष मदन साहू ने कहा कि तेज और अधिक बारिश के चलते लाईचोपी पद्धति से बोए गए अंकुरित धान बह जा रहे हैं। रोपा लगाने के बाद भी नुकसान हो रहा है। ऐसी स्थिति में किसान किसी ऊंची जगह पर अपने घर के आसपास, कोठार में या किसी और स्थान पर थरहा बोएं और समय आने पर उसे खेत में लगाएं। अतिवृष्टि की स्थिति में इस कारगर उपाय से किसानों को राहत और फायदा मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि-छग सरकार द्वारा किसानों के लिए लागू योजनाओं को किसानों को लाभ उठाना चाहिए। कृषकों को अगर किन्हीं तरह की दिक्कतें पेश आती हैं तो वह जिला किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों से संपर्क करें, उनकी मदद की जाएगी।
इसके अलावा बीते कुछ दिनों से लगातार नदी में युवकों के डूबने से मौत के मामलों पर उन्होंने दुरूख व्यक्त किया। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि-बारिश के बीच नदी और नालों से दूर रहें। खासकर युवा वर्ग होश से काम ले और अति उत्साहित होकर अपनी जान जोखिम में न डालें। इन दिनों जलाशय-बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है जिसके चलते नदी-नाले उफान पर होते हैं और बहाव भी काफी तेज होता है। तटीय इलाकों में बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत है। पंचायतों को भी इस पर काम करना चाहिए, ताकि घटनाओं पर विराम लग सके।