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सरपंच और सचिव द्वारा फर्जी बिल लगाकर लाखों रूपये गबन…….जाने क्या है मामला

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कसडोल। जिलेभर के पंचायतों में लंबे समय से फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण करने का खेल खेला जा रहा है, ऐसा नही की इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को न हो लेकिन सभी हमाम में मस्त होकर खुला संरक्षण देकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहें है, ताजा मामला विकासखंड कसडोल के ग्राम सुकली का है, जहाँ के उपसरपंच सहित कई पंचो ने सरपंच के ऊपर फर्जी बिल और प्रस्ताव कर राशि आहरण करने का आरोप लगा रहें है हालांकि अभी यह मामला प्रमाणित नही हुआ है लेकिन सूचना के अधिकार में मिले दस्तावेज के आधार पर जनप्रतिनिधियों ने तमाम जिले के आला अधिकारियों सहित जनपद के जिम्मेदारो को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग किया है। आपको बता दे कि जनप्रतिनिधियों ने सरपंच और सचिव द्वारा फर्जी बिल लगाकर लाखों रूपये गबन करने का आरोप लगया है जिसकी शिकायत कलेक्टर, जिला सीईओ, एसडीएम सहित जनपद सीईओ को आवेदन देकर जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है।*सूचना के अधिकार में मिला जानकारी*ग्राम में जब उपसरपंच प्रतिनिधि को फर्जी बिल लगाकर पैसा आहरण करने की जानकारी लगा तब उपसरपंच प्रतिनिधि ने आरटीआई के तहत आवेदन ग्राम में लगाया। जहाँ आरटीआई के तहत जो दस्तावेज उपसरपंच प्रतिनिधि को मिला उसके आधार पर लिखित शिकायत किया है। इधर विभागीय अधिकारियों ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।*शिकायत में यह लगाया आरोप*ग्राम के उपसरपंच और पंचो ने अधिकारियों को दिए शिकायत पत्र में आरोप लगया कि ग्राम के समीरा लहरे के घर से रमेश लहरे के घर और कमल ठेला से समारू के घर तक बिल क्रं. 21 में 31,800 रूपये ट्रीप 53 का बिल लगाया गया है जो काम हुआ ही नहीं है। इसी तरह बिल नं. 27 सरपंच के पुत्र किशोर द्वारा 15,000 रूपये का गबन किया गया है। जो कि फर्जी बिल लगाकर किया गया है। इसके अलावा बिल नं. 31 सरपंच के पुत्र किशोर द्वारा 10,000  रूपये का फर्जी बिल लगाकर गबन किया गया है। साथ ही बिल नं. 37 सरपंच के पुत्र किशोर द्वारा रूपये 43,600 का फर्जी बिल बनाकर गबन किया गया है जिसे अपने खाते में ट्रांसफर किया गया है। खुद अपने नाम का फर्जी बिल बनाकर पैसा गबन किया गया है। इसी तरह फर्जी प्रस्ताव बनाकर पैसा निकाला गया है जो कि प्रस्ताव अगस्त 2020 को किया गया है और पैसा प्रस्ताव से पूर्व जून माह में निकाला गया है। इसके साथ ही बिल नं. 4 में 24,355 रूपये, बिल नं. 18 में 24,455 रूपये, बिल नंच में 24,455 रूपये बिल नं. 19 में 60,190 रूपये, बिल नं. 17 में 24,455 रूपये बिल नं. 36 में 11,560 रू. जो कि बिना प्रस्ताव के राशि निकाला गया है। बिल नं. 9 में पचरी मरम्मत एवं चबुतरा निर्माण के लिए 15,550 का फर्जी बिल बनाकर पैसा निकाला गया है। बिल नं. 33 में रूपये 60,000 टण्डन बोरवेल्स, तालाब खनन में फर्जी बिल लगाकर गबन किया गया है। बिल नं. 38 में रूपये 56,000/- का फर्जी बिल लगाकर किया गया है। बिल नं. 39 गली सफाई नाली सफाई 11,400/- रूपये फर्जी तरीके से भुगतान किया गया है। जिसमें किसी पंचगण का हस्ताक्षर नहीं है। जो हस्ताक्षर है वह सब हस्ताक्षर फर्जी किया गया है। फर्जी हस्ताक्षर कर पैसा गबन किया गया है। जिसकी जांच आवश्यक है।*आरोप लगाकर कर रहें बदनाम: सरपंच*जब इस पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए ग्राम के सरपंच राजेन्द्र किशोर से सम्पर्क साधा गया तो सरपंच ने कहा कि ग्राम में लगातार सरपंच की फर्जी शिकायत करने के साथ ही अविश्वास प्रस्ताव लगाया जा रहा है, मेरे द्वारा किसी तरह की फर्जी बिल नही लगाया गया है, साथ ही न फर्जी कार्य किया गया है, मुझे लगातार हटाने की साजिश की जा रही है। अभी अविश्वास प्रस्ताव में मेरी जीत हुई है, मैंने किसी तरह का फर्जीवाड़ा नही किया है।इनका कहना है।ग्राम सुकली के सरपंच और तत्कालीन सचिव की शिकायत उपसरपंच और पंचों द्वारा फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण करने की शिकायत मिला है, जिसपर तत्काल जांच टीम बना दिया गया है, आगे जांच अधिकारियों द्वारा जांच प्रतिवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।प्रवीण भारतीसीईओ, जनपद पंचायत कसडोल
हमारें द्वारा सूचना के अधिकार में मिला जानकारी के आधार पर पूरे तत्थों के साथ शिकायत किया गया है। कार्रवाई होना चाहिए।

श्रीमती भारती विशालउपसरपंच, ग्राम सुकली
हमसे बिना पूछे प्रस्ताव में हस्ताक्षर किया गया है, साथ ही जो बिल लगाया गया है वो दुकान ही है नही इस तरह फर्जीवाड़ा किया गया है।

कार्रवाई होना चाहिए।गायत्री यादव, पंच 

जब इस संदर्भ में तत्कालीन सचिव श्री पैकरा से संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र से बाहर रहा।