दुनिया भर के लोगों ने देखा 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण। पृथ्वी की छाया में आए चंद्रमा के इस ‘ब्लड मून’ रूप पर टिकीं दुनिया भर के खगोलशास्त्रियों की निगाहें।

भारत समेत दुनिया के तमाम लोग सदी के सबसे लंबे चंद्रग्रहण के साक्षी बने। रात 11.54 मिनट पर चंद्र ग्रहण शुरू होने के बाद ये पहले काले और फिर धीरे-धीरे लाल रंग में तब्दील होता गया। चांद के इस रूप को ‘ब्लड मून’ भी कहा जाता है। ये चंद्र ग्रहण उत्तरी अमरीका को छोड़ कर पृथ्वी के अधिकांश भाग में दिखा लेकिन पूर्ण चंद्र ग्रहण यूरोप के अधिकांश भागों, मध्यपूर्व, मध्य एशिया और ऑस्ट्रेलिया में देखा गया।
इस दुर्लभ आकाशीय घटना को दिल्ली, पुणे, बेंगलुरू और मुंबई समेत देश के सभी शहरों में देखा गया। चंद्रग्रहण एक आकाशीय घटना है, जिसमें चांद और सूर्य के बीच पृथ्वी के आ जाने से सूर्य का प्रकाश चांद पर नहीं पड़ता है, जिससे चांद धरती पर दिखाई नहीं देता है।
