प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक मंच सम्मेलन में शिरकत करने के लिए दावोस में है। पीएम मोदी इस वैश्विक व्यापारिक सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
इस मंच के ज़रिए विश्व में भारत की बढ़ती आर्थिक ताक़त की धमक भी सुनाई देगी। प्रधानमंत्री मोदी ने दावोस में अपनी यात्रा के पहले दिन स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति से मुलाकात की। साथ ही कुछ कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से भी मुलाकात कर बदले भारत की आर्थिक तस्वीर पेश की। भारत की नई आर्थिक रफ्तार की ताकत को पूरी दुनिया मान रही है। भारत की इस रफ्तार में सब शामिल होना चाहते है।
20 साल बाद विश्व आर्थिक मंच में शिरकत करने पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री जब विश्व की बड़ी कंपनियों के सीईओस के साथ बैठे तो भारत की बदली आर्थिक तस्वीर को पेश किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट से द्विपक्षीय मुलाक़ात की। महत्वपूर्ण मुलाकात लगभग 1 घंटा चली। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने कई द्वपक्षिय, क्षेत्रिय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा—- दावोस पहुंचने पर स्विस कन्फ़ेडेरेशन के राष्ट्रपति, एलेन बरसेट से मुलाक़ात की। द्विपक्षीय संबंधों और इनमें विस्तार के तरीक़ों पर हुई चर्चा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जनवरी को 48वीं वार्षिक बैठक के शुरुआती सत्र को सम्बोधित करेंगे। विश्व आर्थिक मंच के इस सम्मेलन का फोकस उद्यमिता को बढ़ावा देने पर रहेगा। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी भारत की NEW INDIA और इनोवेटिव इंडिया की तस्वीर रखेंगे। देश की आर्थिक रफ़्तार बढ़ाने के लिए किए गऐ सुधार जीएसटी का लागू होना, विदेशी निवेश के लिए सिंगल विंडो जैसी व्यवस्था,Ease Of Doing Business में भारत की रेंकिंग में सुधार आने जैसी बातों को वैश्विक मंच पर रखा जाऐगा।
विश्व आर्थिक मंच का फोकस नए क्षेत्रों में निवेश पर है। ज़रुरत इस बात की भी है कि दुनिया अब चौथी औद्योगिकीकरण क्रान्ति की तरफ बढ़े और समावेशी विकास भी हो। इस पर भारत ख़ास तौर पर प्रधानमंत्री मोदी का भी ज़ोर रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री युवा उद्यमीयों को बढ़ावा देने और भारत में निवेश के लिए दुनिया को आकर्षित भी करेंगे। पिछले साढ़े तीन साल में मोदी सरकार ने जो अहम नीतिगत फैसले लिए हैं उसे दुनिया ने भी सराहा है। यही वज़ह है कि मूडीज़ से लेकर विश्व बैंक तक में भारत की धमक पिछल साल देखने को मिली है।
इस खास सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडू, ब्राजील के राष्ट्रपति मिशेल टेमर और इजरायली पीएम बैन्यामिन नेतन्याहू के साथ-साथ कई और देशों के प्रमुख शामिल होंगे। शिक्षा और सिविल सोसाइटी के तकरीबन 3 हज़ार लोग भाग लेंगे। पांच दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में सबसे अधिक भागीदार भारत से होने वाली है।
