रायपुर.स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों के साथ राजधानी से गुजरनेवाली सभी अंतर्राज्यीय ट्रेनों (एक से अधिक राज्यों से गुजरनेवाली) में पांव रखने की जगह नहीं बची है। जनरल बोगियों में परिवार के साथ सफर करना तकरीबन असंभव है। सभी ट्रेनों के स्लीपर में 100 से ज्यादा और एसी-थ्री में 50 से अधिक वेटिंग हो गई है, जिनके कंफर्म होने की कोई संभावना नहीं है। अगले 15 दिन तक राजधानी से गुजरनेवाली किसी भी ट्रेन में कंफर्म बर्थ नहीं हैं। रेलवे ने सलाह दी है कि हर प्रमुख ट्रेन के समानांतर हफ्ते में दो या तीन दिन स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। आमतौर से इनमें कंफर्म बर्थ ज्यादा आसान है। जानकारी नहीं होने से लोग इन ट्रेनों में टिकट नहीं ले पा रहे हैं।
अभी छुट्टियों के साथ शादी का सीजन भी है। राजधानी से बड़े शहरों को जाने वाली सभी ट्रेनें पैक हैं। हावड़ा-मुंबई रूट की अधिकतर ट्रेनों में अगले 15 दिनों तक किसी भी क्लास में कंफर्म बर्थ नहीं है। गीतांजलि एक्सप्रेस, शालीमार एक्सप्रेस, हावड़ा-मुंबई मेल, समरसता एक्सप्रेस, हावड़ा-अहमदाबाद, दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के स्लीपर क्लास में वेटिंग 100 के आसपास है। दिल्ली की ट्रेनों जैसे संपर्क क्रांति, छत्तीसगढ़, समता, अमरकंटक अौर राजधानी एक्सप्रेस में भी कंफर्म बर्थ हैं ही नहीं।
जयपुर रूट में जाने वाली बिलासपुर-भगत कोठी, बिलासपुर-बिकानेर, बिशाखापत्तनम-भगत की काेठी, पुरी-जोधपुर और दुर्ग-जयपुर एक्सप्रेस के एसी-थ्री कोच में वेटिंग 50 से ऊपर है। 15 से ऊपर की वेटिंग कंफर्म होने की संभावना नहीं है। इनके स्लीपर में तो वेटिंग 100 के करीब है और कंफर्म होना मुश्किल बताया जा रहा है। यूपी-बिहार जाने वाली ट्रेनों जैसे दुर्ग-छपरा सारनाथ, दुर्ग-कानपुर नवतनवा, दुर्ग-राजेंद्र नगर साउथ बिहार, गोंदिया-बरौनी और बिलासपुर-पटना में मई के अंत तक वेटिंग है। ये ट्रेनों सालभर पैक चलती हैं, अब तक इनमें बिना कंफर्म सीट के सफर करना ही मुश्किल है।
स्पेशल ट्रेनें ट्राई करें : रूटीन ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ है। रायपुर से देश के सभी प्रमुख शहरों के लिए 12 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। रेलवे अफसरों ने बताया कि इन ट्रेनों में वेटिंग बहुत कम है। कुछ ट्रेनों में तो 24 घंटे पहले ही आरएसी टिकट मिल रहा है, जिसके कंफर्म होने की 90 प्रतिशत संभावना रहती है। न भी हो तो कम से कम रिजर्व क्लास में बैठने के लिए सीट तो मिल ही जाती है। अफसरों की सलाह है कि रिजर्वेशन के लिए कोशिश में जुटे लोगों को उस रूट की स्पेशल ट्रेनों का पता लगाकर उनमें प्रयास करना चाहिए। इसमें कंफर्म टिकट मिलने या बाद में टिकट कंफर्म होने की संभावनाएं काफी अधिक हैं।
जून तक चलेंगी स्पेशल
रेलवे ने 12 में से 8 ट्रेनों को चलाने की तारीख बढ़ाई है और 4 नई ट्रेनें शुरू की हैं। हर रविवार की सिकंदराबाद-बरौनी स्पेशल 27 जून तक चलती रहेगी। संतरागाछी-पुणे के बीच एसी साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 2 जुलाई तक के लिए बढ़ाई गई है। स्पेशल शालीमार एक्सप्रेस भी 27 जून तक चलाई जाने वाली है। यह हर सोमवार को शालीमार से जयपुर जाएगी और वापस होगी। जबलपुर-संतरागाछी साप्ताहिक स्पेशल को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
छोटे स्टेशन चेक करें
रेलवे की रिजर्वेशन वेबसाइट के मुताबिक रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में कई ट्रेनों में स्लीपर से लेकर एसी कोच में 50-60 वेटिंग है। लेकिन अगर इन्हीं ट्रेनों में भाटापारा, तिल्दा, महासमुंद, भिलाई पावर हाउस, राजनांदगांव, डोंगरगढ़ जैसे स्टेशनों से टिकट मिलना ज्यादा मुश्किल नहीं है। टिकट लेते समय अगर रायपुर से ज्यादा वेटिंग मिले तो ऐसे स्टेशनों से भी चेक करवा लेना चाहिए। कहीं-कहीं सीट खाली भी मिल सकती है।
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