समय दर्शन:- कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद का फैसला गुरुवार,12 दिसंबर तक के लिए टल गया। सीएम पद के दावेदार भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव हैं। लेकिन भूपेश का पलड़ा भारी है। अब पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, और प्रभारी पीएल पुनिया गुरुवार को दिल्ली पहुंचेंगे।
इसके बाद हाईकमान तय करेगा कि मुख्यमंत्री किसे बनाया जाए। बुधवार दोपहर से ही प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर बघेल और सिंहदेव समर्थक बड़ी संख्या में जुटना शुरु हो गए थे। शाम सात बजे तक जुटे रहे। सीएम घोषित किए जाने को लेकर समर्थक नारेबाजी करते दिखे। रात 8 बजे एक निजी होटल में हुई विधायक दल की बैठक में डॉ. चरणदास महंत ने प्रस्ताव रखा कि सीएम को लेकर फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी करें, ताम्रध्वज साहू ने महंत के प्रस्ताव का समर्थन किया। इसलिए अब छत्तीसगढ़ का सीएम कौन होगा इसकी घोषणा दिल्ली में दोपहर तक हो जाएगी।
सभी विधायकों से एक-एक कर चर्चा : पर्यवेक्षक खड़गे ने सार्वजनिक बैठक कर पहले सबसे चर्चा की। उसके बाद सभी विधायकों से एक-एक कर चर्चा कर सीएम के नाम पर सबकी राय जानी। विधायकों की राय जानने के बाद खड़गे ने रिपोर्ट तैयार की, जिसे अब वे राहुल को सौंपेंगे।

बघेल इसलिए मजबूत दावेदार
झीरम कांड के बाद कांग्रेस को मजबूती दिलाई।
भाजपा के खिलाफ हर माेर्चे पर मुकाबला किया।
लगातार 5 साल तक कार्यकर्ताआें को सक्रिय रखा।
पहली बार कांग्रेस संगठन को बूथ तक ले गए।
आरोपों के बावजूद चुनाव में पूरी ताकत से का प्रचार करते रहे।
सिंहदेव इसलिए प्रबल दावेदार
प्रभावी घोषणा-पत्र बनाकर नजर में आए।
सदन में सरकार के खिलाफ लगातार मुखर।
सरगुजा संभाग में भाजपा का सफाया किया।
साफ छवि व मिलनसार व्यक्तित्व।
चुनाव के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में धुआंधार दौरे किए
संभावित मंत्रिमंडल :
ओबीसी वर्ग : भूपेश बघेल, चरणदास महंत, धनेंद्र साहू, उमेश पटेल
एसटी वर्ग : लखेश्वर बघेल, अमरजीत भगत, अनिला भेड़िया (महिला), बृहस्पति सिंह,
एससी वर्ग : रूद्र गुरू
अल्पसंख्यक : मो. अकबर
सामान्य वर्ग : सत्यनारायण शर्मा, रविंद्र चौबे, टीएस सिंहदेव, अमितेष शुक्ला
रायपुर संभाग से मंत्रियों की संख्या ज्यादा होने की संभावना है।
सीएम जिस संभाग का बनेगा वहां से कोई एक ही मंत्री बनेगा।

