आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिए जाने से लगातार नाराज चल रही तेलुगू देसम पार्टी (टीडीपी) ने एनडीए से नाता तोड़ दिया है। इस मांग को लेकर पिछले कई दिनों से टीडीपी संसद भवन में भी विरोध-प्रदर्शन कर रही थी। पार्टी लगातार आरोप लगा रही थी कि भाजपा ने अपना वादा पूरा नहीं किया। टेली-कॉन्फ्रेंस में लिया गया फैसला टीडीपी पोलित ब्यूरो ने आज सुबह पार्टी के प्रमुख व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के साथ एक टेली कॉन्फ्रेंस के दौरान यह फैसला लिया। जबकि पहले आज शाम होने वाली बैठक में इस पर तय किया जाना था। मगर सुबह ही पार्टी नेताओं के साथ नायडू की नियमित टेली-कॉन्फ्रेंस में ही सारी औपचारिकता पूरी कर ली गई। टीडीपी की भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और एनडीए के दूसरे घटकों को पत्र लिखकर अपने फैसले की जानकारी देगी और इस फैसले के पीछे की वजह भी बताएगी।
संसद में सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव
टीडीपी की नाराजगी को देखते हुए इस बात का पहले से अंदेशा था कि वह एनडीए से अलग होने का फैसला ले सकती है और आखिरकार वही हुआ। इस बीच, टीडीपी सांसद थोटा नरसिम्हन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है हमारी पार्टी संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेगी। हमने फैसला कर लिया है। हम एनडीए से बाहर हो गए हैं। गौरतलब है कि टीडीपी सोमवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में है।
