मुंबई. महाराष्ट्र में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य में लॉकडाउन जैसे हालात बनते दिख रहे हैं. इस बीच, आघाड़ी गठबंधन सरकार में पाबंदी ही फूट की नई वजह भी बनता दिख रहा है. दरअसल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और महाराष्ट्र टास्क फोर्स के साथ कोरोना के हालात पर बैठक की. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से लॉकडाउन जैसी पाबंदियों का खाका तैयार करने को कहा. लेकिन, उद्धव ठाकरे के इस प्लान पर एनसीपी ने कड़ी आपत्ति जताई है.उद्धव ठाकरे का कहना है कि अगर राज्य के लोग लगातार लापरवाही जारी रखेंगे तो पाबंदी जैसी स्थितियों से गुजरना पड़ेगा. इसपर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, ‘हम लॉकडाउन जैसा जोखिम उठाने की स्थिति में नहीं हैं. हमने सीएम से और विकल्पों पर विचार करने के लिए कहा है. महामारी के बढ़ते मामलों पर उन्होंने अधिकारियों से लॉकडाउन की तैयारी करने को कहा है. हालांकि इसका ये मतलब नहीं कि लॉकडाउन के फैसले को टाला नहीं जा सकता. अगर लोग कोरोन के नियमों का पालन करेंगे तो इससे बचा जा सकता है.

CM उद्धव ने अधिकारियों को तैयार रहने के लिए कहा
उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा था कि अगर लोगों ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन नहीं किया, तो राज्य में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है. उन्होंने कहा, “राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं क्योंकि लोग गंभीरता से गाइडलाइंस का पालन नहीं कर रहे हैं इसीलिए लॉकडाउन जैसे सख्त कदम पर विचार करने की जरूरत है.”कोरोना के हालात को लेकर वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों और कोविड-19 टास्क फोर्स के साथ एक बैठक में उद्धव ठाकरे ने उन्हें लॉकडाउन जैसी पाबंदियों के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अगर लोग कोरोना नियमों का उल्लंघन करना जारी रखते हैं, तो लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध फिर से लग सकते हैं.

