संस्कृति बचाओ मंच और हिंदू उत्सव समिति आमने-सामने; मंच ने कहा- रविवार रात ही जलाएंगे, सुबह जलाने की मान्यता ही नहीं
हिंदू उत्सव समिति का दावा- करीब 800 समितियां नाइट कर्फ्यू के बाद सोमवार सुबह 6.15 बजे होली दहन करने के पक्ष में

भोपाल में इस बार लॉकडाउन के कारण होलिका दहन को लेकर संस्कृति बचाओ मंच और हिंदू उत्सव समिति आमने-सामने आ गई हैं। हिंदू उत्सव समिति के एक दिन पहले होली सोमवार यानी 29 मार्च की सुबह 6.15 जलाने के निर्णय लिए जाने 24 घंटे बाद संस्कृति बचाव मंच ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि सुबह 6:15 बजे होली जलाने का कहीं कोई नियम नहीं है। होलिका का दहन रात में ही किया जाएगा। मंदिर समिति के लोग ही होलिका का दहन करेंगे, जिससे नियमों का भी उल्लंघन नही होगा और हमारी मान्यता भी प्रभावित नहीं होगी।
हम रविवार रात 8 बजे सांकेतिक रूप से होलिका दहन करेंगे। तिवारी ने कहा कि होलिका दहन का महत्व रात का है। इस कारण से समिति के गिने-चुने कार्यकर्ता सांकेतिक रूप से पूजन करके और होलिका का दहन करेंगे। हम मंदिर से ही अनाउंसमेंट कर लोगों को घर पर ही रहने की सलाह देंगे।
हिंदू उत्सव समिति ने यह निर्णय लिया
भोपाल में पहली बार होलिका दहन रात की जगह सुबह 6.15 बजे किया गया। श्री हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बेगवानी ने एक दिन पहले बताया था कि कि समिति के पदाधिकारियों और सभी होलिका दहन समितियों के साथ बैठक की गई।
इसमें निर्णय लिया गया कि इस बार होलिका दहन सुबह किया गया जाएगा। 28 को लॉकडाउन रहेगा। यह 29 मार्च यानी सोमवार सुबह 6 बजे तक रहेगा। लॉकडाउन खुलने के 15 मिनट बाद 6.15 बजे होलिका दहन किया जाएगा। यह फैसला इसलिए लिया गया, ताकि लोगों होली के पूजन में शामिल हो सकें।
गृह मंत्रालय ने सांकेतिक होलिका दहन की बात कही
गृह मंत्रालय ने होली और अन्य त्योहारों को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि होली और अन्य सार्वजिनक त्योहार के लिए सिर्फ सांकेतिक अनुमति दी जाएगी। इसके बाद जिले में कलेक्टर के साथ होने वाली क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को इस पर आगे निर्णय लेना है। कमेटी गृह मंत्रालय के जारी दिशा निर्देशों के अनुसार ही नई गाइड लाइन जारी कर सकती है।