नई दिल्ली । कांग्रेस में असंतुष्ट चल रहे 23 नेताओं (जी-23) के बारे में बात करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केवल कांग्रेस पार्टी में ही असहमतियां व्यक्त करने की जगह बची हुई है। भाजपा जैसे दल यह अवसर नहीं देते। उन्होंने कहा कांग्रेस में अब भी विचार-विर्मश की गुंजाइश बची हुई है। राहुल गांधी ने कहा कि अलग-अलग दृष्टिकोण केवल कांग्रेस में ही जीवित रह सकते हैं। ब्राउन विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और छात्रों के एक समूह के साथ बातचीत में, गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए कहा हमारी पार्टी में, 20 लोगों के अलग-अलग विचार हैं। क्या आपको लगता है कि वे भाजपा, बसपा या तृणमूल कांग्रेस में मौजूद हो सकते हैं? उन्होंने कहा कि एक खंड के अलग दृष्टिकोण होने पर भी पार्टी के अंदर बातचीत बंद नहीं हो सकती।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस कभी भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जैसा कैडर-आधारित संगठन नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कांग्रेस नाजी पार्टी नहीं है। यह आरएसएस नहीं है। राहुल गांधी ने कृषि कानूनों पर भी भाजपा को घेमा, राहुल गांधी ने कहा कि यह बेहद विनाशकारी है। इसे लागू करना आसान नहीं है। अगर भाजपा ने जबरन इसे लागू कर दिया तो सामाजिक अशांति पैदा हो जाएगी।


