राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का दावा- राहुल ब्रिटिश नागरिक; उन्हीं की शिकायत पर गृह मंत्रालय ने नोटिस भेजा
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- सांसद की शिकायत पर नोटिस भेजना सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा
भाजपा ने कहा- राहुल मैन ऑफ मिस्ट्री हैं, वे हिममानव की तरह कन्फ्यूजन के पर्याय बन गए
कांग्रेस ने कहा- सरकार इस मुद्दे पर 5 साल से चुप क्यों थी?
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर उठ रहे सवालों पर गृह मंत्रालय ने मंगलवार को उन्हें नोटिस जारी किया। मंत्रालय ने भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत पर उनसे 15 दिन में जवाब मांगा है। स्वामी काफी समय से आरोप लगा रहे हैं कि राहुल ब्रिटिश नागरिक हैं। इस मुद्दे पर भाजपा ने राहुल गांधी को हिममानव की तरह मैन ऑफ मिस्ट्री बताया। कांग्रेस ने कहा है कि सरकार इस मुद्दे पर पांच साल से चुप क्यों थी? पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा- पूरा देश जानता है कि राहुल हिंदुस्तानी हैं। वे सबके सामने पैदा हुए, बड़े हुए। बाकी सब बातें बकवास हैं।
नागरिकता मामलों के डायरेक्टर बीसी जोशी ने नोटिस में राहुल से कहा, “मंत्रालय को डॉक्टर सुब्रमण्यम स्वामी से शिकायत मिली है कि आप यूके में रजिस्टर्ड बैकऑप्स लिमिटेड नाम की कंपनी के निदेशक और सचिव पद पर रहे हैं। शिकायत में यह भी कहा गया है कि कंपनी के 10 अक्टूबर 2005 से 31 अक्टूबर 2006 तक के सालाना रिटर्न में आपकी राष्ट्रीयता ब्रिटिश और जन्मतिथि 19 जून 1970 है।”
राहुल गांधी की हर चीज संदिग्ध: भाजपा
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘राहुल गांधी की नागरिकता, कंपनी और उनकी विदेश यात्राएं सभी संदिग्ध हैं। सवाल है कि राहुल गांधी लंदन वाले हैं या लुटियन वाले। राहुल गांधी कन्फ्यूजन के पर्याय हैं। वे हिममानव की तरह मैन ऑफ द मिस्ट्री बन चुके हैं। उन्हें बताना चाहिए कि वे किन-किन कंपनियों के सीईओ हैं और उनके पगमार्क कहां-कहां जा रहे हैं। एसपीजी सुरक्षा के बाद भी किसी को पता नहीं होता है कि वे कहां चले जाते हैं।’’
राजनाथ ने कहा- यह सामान्य प्रक्रिया
राहुल को भेजे गए नोटिस पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘जब कोई संसद सदस्य किसी मंत्रालय को लिखता है तो उस पर कार्रवाई जरूरी होती है। यह कोई बड़ी बात नहीं है, यह सामान्य प्रक्रिया है।’’
अमेठी के उम्मीदवार ने भी सवाल उठाए थे
राहुल की नागरिकता को लेकर कुछ दिन पहले अमेठी के एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी सवाल उठाते हुए उनका नामांकन रद्द करने की मांग की थी। हालांकि, जांच में राहुल का नामांकन सही पाया गया और जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी आपत्तियों को खारिज कर दिया था।
