पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर अपने विचार साझा किए। उन्होने कहा, भारत सहनशीलता से प्राप्त करता है शक्ति, और विविधता इस देश को विशिष्ट बनाती है।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिक्षा वर्ग के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति ने राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर अपने विचार साझा किए। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत अपनी शक्ति सहिष्णुता से प्राप्त करता है और विविधता इसे विशेष बनाती है। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रवाद, वसुधैव, समावेश और सह-अस्तित्व से निकला है।
पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा लोकतंत्र में देश के सभी मुद्दों पर सार्वजनिक संवाद होना चाहिए। विभाजनकारी विचारों की हमें पहचान करनी होगी। हम सहमत हो सकते हैं, नहीं भी हो सकते। लेकिन हम विचारों की विविधता और बहुलता को नहीं नकार सकते। इससे पहले, पूर्व राष्ट्रपति आर०एस०एस० के संस्थापक सरसंघचालक केशव बलिराम हेडगेवार की जन्मस्थली गये, जहां आर०एस०एस० प्रमुख मोहन भागवत ने उनका स्वागत किया।