सुबह सात बजे ही नागालैंड और मेघालय की जनता अपने मतों के ज़रिए, अपने नए मुस्तक़बिल लिखने के लिए घरों से निकल चुकी है

राजनीतिक पार्टियों के दावे और वादों के बाद अब बारी है जनता की। लेकिन ये महज़ एक आम विधानसभा का चुनाव भर नहीं है, बल्कि इस बार इसपर पूरे देश की निगाहें हैं क्योंकि अब क्षेत्रिय राजनीति के आगे बढ़कर विकास की एक बड़ी तस्वीर केंद्र में है। उत्तर पूर्व के दो राज्यों मेघालय और नगालैंड में करीब महीने भर से जारी चुनावी प्रक्रिया के बाद अब मतदान भी शुरू हो चुके हैं।
सबसे पहेल बात मेघालय की। मेघालय चुनाव में 18.4 लाख मतदाता 370 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। चुनाव के लिए 3083 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। पहली बार 67 महिला और 61 मॉडल मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। मेघालय में मुख्य मुकाबला कांग्रेस, एनपीपी और बीजेपी के बीच है। कांग्रेस 59 और भाजपा ने 47 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। मेघालय में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं जिनमें अनुसूचित जनजाति के लिए 55 सीटें आरक्षित हैं वहीं 5 सीटें सामान्य हैं। मेघालय में कांग्रेस, एनसीपी, बीजेपी, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी यानि यूडीपी और एनपीपी इस बार के चुनाव में अहम पार्टियां हैं।
अगर वीआईपी उम्मीदवारों और सीट की बात करें तो..
1. मुकुल संगमा..राज्य में कांग्रेस के वर्तमान मुख्यमंत्री मुकुल संगमा इस बार दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं। अंपाती और सोंगसक।
2. बकुल हैजोंग…सेवानिवृत अधिकारी बकुल हैजोंग बीजेपी की तरफ से अंपाती से चुनावी मैदान में हैं और मुख्यमंत्री मुकुल संगमा को यहां से टक्कर दे रहे हैं।
3.रियांग टैरियंग..पूर्व ऊर्जा मंत्री रह चुके रियांग टैरियंग इस बार बीजेपी की तरफ से अमलारेम से चुनावी मैदान में हैं।
4. बिलीकिड ए संगमा..दक्षिण तुरा से बीजेपी के उम्मीदवार
5. अगाथा संगमा…एनपीपी की तरफ से दक्षिण तुरा से चुनावी मैदान में हैं।
प्रमुख चुनावी मुद्दे
मेघालय चुनाव में इस बार बेरोजगारी और विकास सबसे बड़ा मुद्दा रहा। वहीं ड्रग समस्या, घुसपैठ, स्वास्थ्य, अलग गारो राज्य की मांग और कोयला खनन पर प्रतिबंध जैसे मुद्दे चुनावों में गर्म रहे।विलियम नगर विधानसभा क्षेत्र से एनसीपी के उम्मीदवार जोनाथन संगमा की मौत की वजह से मेघालय में 59 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
नगालैंड में भी मंगलवार को 59 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। चुनाव की सभी तैयारियां पूर कर ली गई हैं। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। 60 सीटों वाली विधानसभा में उत्तरी अंगामी-2 से एनडीपीपी के नेता और भाजपा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरा नेफ्यू रियो को पहले ही निर्विरोध चुन लिया गया है। 11.92 लाख मतदाता 195 उम्मीदवार की किसम्त का फैसला करेंगे। चुनाव के लिए 2156 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। नगालैंड में एनडीपीपी 40, भाजपा 20, सत्ताधारी एनपीएफ 60 और कांग्रेस 18 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
विधानसभा क्षेत्र
नगालैंड में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं जिनमें अनुसूचित जनजाति के लिए 59 सीटें आरक्षित हैं वहीं 1 सीट सामान्य हैं।
ये हैं प्रमुख पार्टियां
नगालैंड में कांग्रेस, एनसीपी, बीजेपी, एनपीएफ और एनसीपी इस बार के चुनाव में अहम पार्टियां हैं।
वीआईपी उम्मीदवार और सीट
1. टी आर जेलियांग…एनपीएफ पार्टी के जेलियांग वर्तमान में नगालैंड के मुख्यमंत्री हैं और वो पेरेन सीट से चुनावी मैदान में हैं।
2. नेफियो रियो…तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके नेफियो रियो एनडीपीपी की तरफ से उत्तर अंगामी दो सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
3. कुझोलुजो निएनु…एनपीएफ की तरफ से राज्य के गृह मंत्री फेक विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में ताल ठोक रहे हैं।
4. डॉ. टी मिंगथुन लोथा…बीजेपी की तरफ से वोखा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में।
5. यांथुंगो पैटन…बीजेपी की तरफ से तुई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में।
ये हैं प्रमुख चुनावी मुद्दे
नगालैंड चुनाव में इस बार बेरोजगारी और विकास सबसे बड़ा मुद्दा रहा। वहीं ड्रग समस्या, घुसपैठ, स्वास्थ्य, और नगा समस्या का समाधान जैसे मुद्दे चुनावों में गर्म रहे।
एनडीपीपी के उम्मीदवार नेफियो रियो के निर्विरोध चुन लिए जाने की वजह से 59 सीटों पर होने जा रहे चुनावों को लेकर यहां भी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
दोनों ही राज्यों में मतगणना 3 मार्च को होगी।

