गायिका सोना मोहापात्रा ने लगभग एक दशक पहले संगीत कलाकार बनने के लिए एक कार्पोरेट की नौकरी छोड़ दी थी और आज उनकी अपनी एक फिल्म भी है। सोना का मानना है कि उन्होंने खुद को कभी महज एक गायिका के तौर पर नहीं देखा और न ही किसी ऐसे इंसान के तौर पर जो बहुत बड़ी पार्श्वगायिका बनना चाहती है। सोना का मानना है कि आज लोग एक बेहद ही मजेदार समय में जी रहे हैं। सोना ने कहा कि “एक कलाकार के तौर पर किसी को भी खुद को बांधे रखने की आवश्यकता नहीं है। मैंने खुद को कभी महज एक गायिका के तौर पर नहीं देखा और न ही किसी ऐसे शख्स के तौर पर, जिसकी चाह एक बहुत बड़ी पार्श्वगायिका बनने की है। मैंने खुद को एक कलाकार के तौर पर देखा, कोई ऐसा, जो एक कहानीकार बनकर खुद को भिन्न तरीकों से बयां करेगी।” सोना मोहापात्रा पर एक डॉक्यूमेंट्री भी हैं, जिसकी निर्माता वह खुद हैं, जबकि इसे दीप्ति गुप्ता ने निर्देशित किया है। इसके बारे में वह कहती हैं, “यह तीन साल का एक सफर है, 300 घंटों के फुटेज हैं और शैली की बात करूं, तो यह अपने तरह की पहली है।”
