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पीएनबी महाघोटाला मामले में सीबीआई ने की बड़ी कार्रवाई

पंजाब नेशनल बैंक में घोटाला सामने आने के बाद बाकी हीरा व्यापारी भी जांच के घेरे में हैं। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से जुड़ी कंपनियों की जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा दूसरे बैंकों ने भी अपने यहां सभी हीरा व्यापारियों के खातों की जांच दोबारा से शुरू कर दी है। साथ ही कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय भी नीरव मोदी से जुड़ी 150 से ज्यादा शेल कंपनियों की जांच कर रहा है।

इस मामले में सेबी को डायमंड ट्रेडर्स और शेयर ब्रोकर्स के बीच सांठगांठ का शक है। सेबी की ओर से नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से जुड़ी कंपनियों फायरस्टार डायमंड प्राइवेट लिमिटेड, फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल, राधाशीर ज्वेलरी और ज्वेलरी सॉल्यूशंस इंटरनेशनल की जांच कर रहा है।

पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में केंद्रीय सतर्कता आयोग यानि सीवीसी ने भी अपनी पड़ताल शुरू कर दी है। सीवीसी ने पंजाब नेशनल बैंक और वित्त मंत्रालय के बड़े अधिकारियों को समन किया है। दरअसल लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करने को लेकर नियमों की अनदेखी को लेकर सीवीसी ने इनसे जवाब मांगा है। जांच एजेंसियों के छापे जारी हैं। ईडी ने कल 47 स्टोर पर छापे मारे हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर में गीतांजलि जेम्स के स्टोर पर छापे मारे हैं।

वहीं शनिवार को इनकम टैक्स विभाग ने मेहुल चोकसी के 9 खाते जब्त किए लेकिन इनमें से ज्यादातर खातों में कोई पैसा नहीं था। वहीं ईडी ने शनिवार को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के 21 ठिकानों पर छापे मारे और 25 करोड़ रुपये कीमत के हीरे, सोना, कीमती पत्थर और ज्वेलरी जब्त की।

पीएनबी महाघोटाले में सीबीई सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर मिल रही है। खबर है कि फिक्स कमीशन लेकर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग दिए गए। वहीं सीबीआई सूत्र ये भी बता रहे हैं कि इस मामले में गिरफ्तार तीनों आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। सीबीआई ने घोटाले में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिन्हें 14 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया था। इसमें बैंक का रिटायर्ड डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी, सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खरात और नीरव मोदी की फर्म का ऑथराइज्ड सिग्नेटरी हेमंत भट्ट शामिल हैं। गोकुलनाथ शेट्टी पर नीरव मोदी को फर्जी तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग यानी एलओयू देने का आरोप है।

पीएनबी घोटाले के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने कहा है कि पब्लिक सेक्टर बैंकों में निजीकरण पर विचार करना चाहिए। अरविंद सुब्रमणियन ने कहा कि बैंकों में कितना स्ट्रेस है इसको देखना चाहिए। बैंक ऑफ बड़ौदा ने दक्षिण अफ्रीका में अपने ऑपरेशंस बंद कर दिए और अब पीएनबी में घोटाला सामने आया है।

वहीं आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर. गांधी ने सीएनबीसी-आवाज़ से बातचीत में कहा कि बैंकों के निजीकरण का फ्रॉड से कोई संबंध नहीं है। सरकारी बैंक में हुए फ्रॉड का असर टैक्सपेयर पर नहीं पड़ना चाहिए। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि प्राइवेट बैंकों में भी घोटाले के मामले सामने आए हैं। इधर, एसोचैम बैंकिंग समिट में हिस्सा लेने पहुंचे आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर एस एस मुंद्रा ने कहा कि पीएनबी घोटाला काफी गंभीर मामला है। उनका कहना है कि बैंक में रिस्क मैनेजमेंट, बैंकिंग ऑडिट में खामियां हुई हैं। लेकिन इसका असर दूसरे बैंकों पर नहीं होगा।

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