मुंगेली के लोरमी के रहने वाले योगेंद्र वर्मा ने 12वीं में पहला स्थान प्राप्त किया
रायगढ़ के सरड़ा गांव में रहकर पढ़ाई करने वाली निशा पटेल ने 10वीं में किया टॉप
रायपुर. छत्तीसगढ़ बोर्ड के 10वीं और 12वीं का रिजल्ट शुक्रवार दोपहर 1 बजे घोषित हो गया। इस बार 12वीं में मुंगेली जिले के लोरमी के योगेंद्र वर्मा ने 97.40 प्रतिशत हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। वहीं रायगढ़ की निशा पटेल ने 99.33 प्रतिशत के साथ प्रदेश में टॉप किया है। स्मार्टफोन और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफाॅर्म से दूरी बनाकर इन टॉपर्स ने ये मुकाम हासिल किया है।
निशा

किताबों से ही की दोस्ती
रायगढ़ जिले के सरड़ा गांव की रहने वाली निशा पटेल के पिता रमेश पटेल खेती-बाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। मां वेद कुमार पटेल हाउस मैनेजर हैं। निशा ने बताया कि उन्होंने न ही ज्यादा वक्त स्मार्टफोन और सोशल मीडिया में गंवाया और न ही फ्रेंडशिप के नाम पर। निशा स्मार्टफोन से ही दूर रही और किताबों से दोस्ती कर ली। उनकी मां और बड़ी बहन सबसे अच्छी दोस्त बनीं। मां और पिता से सहयोग और बड़ी बहन से मिली प्रेरणा ने ही निशा को ये मुकाम दिलाया है।
निशा
डॉक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती हैं निशा
निशा ने मेहनत कर लोगों की सेवा करने का गुर पिता से सीखा है। वे डॉक्टर बन लोगों की सेवा करना चाहती हैं। निशा की बड़ी बहन सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं। भाई सबसे छोटा है और वो 7वीं में पढ़ाई कर रहा है। निशा ने बताया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे 99. 33 प्रतिशत हासिल कर प्रदेश में टॉप कर पाएंगी। चूंकि निशा को हाल ही में स्काउट में राज्यपाल पुरस्कार मिला है जिसका वेटेज 10 नंबर मिला जिसने उन्हें टॉपर बना दिया।
योगेंद्र वर्मा
आईएएस बनना चाहते हैं योगेंद्र
12वीं में प्रदेश में टॉप करने वाले योगेंद्र आईएएस बनना चाहते हैं। इधर योगेंद्र के टॉप करने की खबर सुनते ही जिला के कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे उन्हें बधाई देने घर पहुंचे। जब उन्हें पता चला कि योगेंद्र भी आईएएस बनना चाहते हैं तो उन्होंने उज्जवल भविष्य के लिए बधाई देते हुए इस सपने को पूरा करने में पूरा सहयोग देने को कहा। उन्होंने आगे के लिए योगेंद्र को टिप्स भी दिए।
योगेंद्र
योगेंद्र ने भी सोशल मीडिया से बना ली थी दूरी
योगेंद्र ने बताया कि उन्होंने भी ह्वाट्सएप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी। नियमित पढ़ाई करने के साथ ही रिवीजन पर फोकस किया। कॉन्सेप्ट क्लीयर करने के बाद बार-बार रिवाइज किया। सामाजिक कार्यक्रम में औसत सहभागिता निभाने के साथ अपने टारगेट को ही फोकस में रखा।

