मस्तूरी के सरगवा गांव की घटना, परिजनों ने दर्ज करवाई एफआईआर
डॉक्टर बोले- पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण चलेगा पता
बिलासपुर. मस्तूरी क्षेत्र के सरगवा गांव में गुरुवार रात एक किशोरी की उपचार के दो घंटे बाद ही मौत हो गई। उल्टी आने की शिकायत पर परिजन उसे झोलाछाप बंगाली डॉक्टर के पास ले गए थे। परिजनों का आरोप है कि बंगाली डॉक्टर ने किशोरी को इंजेक्शन लगाया और उसकी तबीयत उसके बाद से ज्यादा बिगड़ गई। परिजनों ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा।
स्वास्थ्य केंद्र के एक किमी के दायरे में कई झोलाछाप की दुकानें, पर कार्रवाई नहीं
जानकारी के मुताबिक, मस्तूरी के सरगवा में रागिनी टंडन (14) की गुरुवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसे उल्टी होना शुरू हो गया। इस पर परिजन उसे लेकर मस्तूरी मल्हार मार्ग स्थित दीपू हालदार बंगाली डॉक्टर के यहां इलाज कराने लेकर गए। आरोप है कि इस झोलाछाप ने किशोरी को दो इंजेक्शन लगाए और कुछ दवांएं भी खाने के लिए दीं। इसके बाद रागिनी को उसके भाई घर लेकर चला गया। रात में किशोरी की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी। उसके हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगे।
किशोरी की ऐसी हालत देखकर परिजन उसे रात में ही मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र लेकर भागे। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने जांच के बाद किशोरी को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आक्रोशित परिजन थाने पहुंच गए और झोलाछाप पर इलाज में लारवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने इस मामले में समझाइश करते हुए रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके बाद ही लोग माने। वहीं मस्तूरी स्वास्थ केंद्र में पदस्थ बीएमओ का कहना हैं कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का पता चल पाएगा।
