-बीती रात एक बीजेपी नेता के साथ हुई मारपीट के बाद कोतवाली थाने में लगी भीड़ और मामले का कवरेज कर रहे साथी पत्रकार उमेश सिंह भईया को कोतवाली टीआई ने भीड़ के सामने भला बुरा कहा उनका मोबाईल पटक कर कवरेज करने से रोका और उन पर डंडे बरसाए उसके बाद भी टीआई का मन हज भरा और उमेश सिंह को थाने में बिठा दिया बहुत शर्म की बात है कि इतना कुछ हो जाने के बाद भी चंद पत्रकारो की मुंडी कोतवाली थाने में दिखी इससे बहुत ज्यादा तो भाजपाई थाने के अंदर और बाहर अपने घायल साथी के साथ जुटे हुए थे।
टीआई ने पहले तो पत्रकार पर हाथ उठाने की बात से इंकार कर दिया और जब अपना मुंह खोला तो उल्टा पत्रकार को छोड़ने के एवज में लिखित में पत्र मांगने लगी वाह री थानेदारी खैर ये सब देख कर कल मेरा मन एक बार फिर खिन्न हो गया क्या यही एक जुटाता है बिलासपुर के मीडिया जगत में पिछली कुछ घटनाओं में एकजुटता दिखी भी मगर फिर हम अकेले सब कुछ खत्म होने के बाद जब हम सब थाने के बाहर खड़े होकर चर्चा कर रहे थे तो फिर टीआई ने वर्दी का रौब दिखाया और सीधे मुह बात ना कर सब की पहले तो अपने मोबाईल से फ़ोटो ली और हटने को कहा मौके की नजाकत को समझ हम हट भी गए कुलमिलाकर कल रात जो हुआ ठीक नही था पिट रहे है पत्रकार और कुछ नही कर पा रहे हम लोग खैर उमेश भैया से निवेदन है कि जो गुस्सा दिख कर वो बाते कर रहे थे उस पर अटल रहे ताकि अगर वो टीआई पर कारवाई को लेकर आगे बढ़े तो हम सब उनका साथ दे सके
