रायपुर. अपने पिता और पत्नी समेत रायपुर के सात लोगों की हत्या करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला सीरियल किलर अरुण चंद्राकर सोमवार को पुलिस को चकमा देकर दुर्ग कोर्ट से फरार हो गया। दुर्ग के एक मामले में उसकी पेशी थी। रायपुर पुलिस उसे यहां से ले गई थी। अरुण अपनी बारी का इंतजार करता हुआ कोर्ट रूम के बाहर बैठा था, फिर अचानक भाग निकला। जब वह कुछ दूर निकल गया तब पुलिस को समझ में आया और सिपाही उसके पीछे भागे भी लेकिन पकड़ नहीं सके। उसके साथ दो और लोग भी भागते देखे गए हैं। अरुण की फरारी से रायपुर और दुर्ग पुलिस में हड़कंप मच गया है। उसकी तलाश में पुलिस ने उसके रिश्तेदारों के घर गुंडरदेही और कचांदुर में तीन जगह छापे मारे पर वह नहीं मिला।
– रायपुर जेल में बंद कुकुरबेडा के अरुण चंद्राकर पर पिता और पत्नी समेत सात लोगों के हत्या का आरोप है। आरोपी ने दुर्ग में अपने पिता और पत्नी की हत्या की थी। इसकी सुनवाई वहीं चल रही है। पुलिस के गार्ड उसे पेशी के लिए सड़क के रास्ते यहां से दुर्ग कोर्ट ले गए। उसके साथ चार बंदी और थे। पांच पुलिसकर्मी सभी को लेकर गए थे। दुर्ग में हर बंदी को अलग-अलग कोर्ट में पेश किया गया। एक हवलदार अरुण को कोर्ट रूम में ले गया।
– सूत्रों के मुताबिक कोर्ट के बाबू ने पेशी के लिए थोड़ा इंतजार करने को कहा तो अरुण कोर्ट रूम के बाहर बैठ गया। इसी दौरान वह मौका देखकर भाग निकला। पुलिस को शक था कि फरार होने के बाद वह अपने गांव कचांदुर, रिश्तेदार के घर गुंडरदेही या अपनी सास के पास कुकुरबेड़ा (रायपुर) आ सकता है। तीनों जगह पुलिस लगी, पर वह नहीं पहुंचा। पुलिस के मुताबिक यह सुनियोजित हो सकता है, क्योंकि उसके साथ दो और युवक भी भागे हैं।
रायपुर के कुकुरबेड़ा से मिले थे सात कंकाल
– जनवरी 2012 में कुकुरबेड़ा से एक बच्ची गुम हुई थी। जांच में अरुण चंद्राकार का नाम सामने आया। अरुण ने अपने पिता, पत्नी लिली चंद्राकर, साली पुष्पा देवांगन और मकान मालिक बहादुर सिंह समेत सात लोगों की हत्या स्वीकार की। उसकी निशानदेही पर सभी जगह से कंकाल निकाले गए। रायपुर के मामले में उसे उम्रकैद की सजा हो चुकी है।
