केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित इलाकों में अपने नक्सली विरोधी अभियानों में फुर्ती लाने और ताकत बढ़ाने के लिए 12,000 उम्रदराज सैनिकों को हटाकर युवा और नए भर्ती हुए जवानों को तैनात करने का फैसला किया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक युवा और प्रेरित अधिकारियों को तैनात कर अपने अभियानों में नई ताजगी लाने के लिए अर्धसैनिक बल की उस रणनीति के तौर पर पहली बार यह प्रयोग किया जा रहा है।
अधिकारी ने कहा, “18-21 साल की उम्र के लगभग 12,000 नए प्रशिक्षित भर्ती किए गए युवा छत्तीसगढ़ में जल्द ही 45-50 साल के की उम्र के अपने पुराने सहयोगियों की जगह पर तैनात किए जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि इस फैसले का उद्देश्य लड़ाई करने वाली फोर्स की प्रोफाइल युवा रखनी है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस कदम को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक आरआर भटनागर ने मंजूरी दे दी है।

