बीजापुर/जगदलपुर.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले नक्सलियों ने बीजापुर में सीरियल ब्लास्ट की घटनाओं को अंजाम दिया था। लगातार हो रहे विस्फोट और इसकी चपेट में आकर दो जवानों की शहादत के बाद बम स्क्वॉड और बारूद खोजने में माहिर डॉग स्क्वॉड की अलग-अलग टीमों को बीजापुर भेजा गया था। यह टीम पिछले दो दिनों से बीजापुर के चप्पे-चप्पे में बारूद और बम ढूंढने में लगी है। अकेले बम स्क्वॉड में ही 30 सदस्यों की टीम रखी गई है। इसके अलावा सीआरपीएफ और अलग-अलग जिला पुलिस में काम रहे डॉग स्क्वॉड के बेहतरीन डॉग, जो जमीन में डेढ़ से दो मीटर की गहराई तक दबाकर रखे बारूद को भी पहचान लेते हैं, उन्हें खोज अभियान में लगाया गया है।
बेस्ट कैडेट्स को दी गई है सुरक्षा की जिम्मेदारी
पहले चरण में बीजापुर और जांगला में कार्यक्रम स्थल और इसके आसपास के इलाकों में अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक पूरे प्रदेश से करीब 20 हजार जवानों की तैनाती बीजापुर में हो चुकी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पिछले दो दिनों में बम स्क्वॉड को कार्यक्रम स्थलों से ऐसा कोई सामान नहीं मिला है जिससे विस्फोट हो सके। पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले सुरक्षा-व्यवस्था की कमान संभालने के लिए पूरे स्टेट से बेस्ट पुलिस जवानों को बीजापुर लाया गया है। इनमें सिपाही, हवलदार, एएसआई, एसआई, टीआई से लेकर एडीजी रैंक तक के अफसर शामिल हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस के बेस्ट कैडेट के कंधों पर पीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है।
शहीद स्मारक और हॉस्पिटल का सिक्यूरिटी चेक फाइनल
बीजापुर में पीएम मोदी दो कार्यक्रम में शामिल होंगे। इनमें से एक कार्यक्रम बीजापुर हास्पिटल और एक प्रोग्राम सर्किट हाउस के सामने शहीद स्मारक पार्क में होना है। ऐसे में इन दोनों स्थानों का सिक्यूरिटी चेक पूरा कर लिया गया है और यहां मैटल डिटेक्टर व अन्य जांच के उपकरण लगा दिया गए हैं। यहां आने जाने वाले हर व्यक्ति की कड़ी जांच की जा रही है। सभी पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। इन स्थानों को सुरक्षाबलों के जवानों ने अपने कब्जे में ले लिया है।
सारकेगुड़ा से तीन आईईडी बरामद
इधर सीआरपीएफ 168 वी बटालियन ने बीजापुर के सारकेगुड़ा से तीन आईईडी बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि जवान जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इस दौरान दस-दस किलो के दो और एक 20 किलो का आईईडी जवानों ने ढूंढ निकाला है। इसे नक्सलियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए दबा रखा था। यदि इन तीनों बमों की चपेट में जवान आते तो कम से कम तीन शहादत तो पक्की थी।
सप्ताह भर में 50 से ज्यादा दुकानें खुलीं
पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे के कार्यक्रम के चलते बड़ी संख्या में जवानों और अफसरों की तैनाती जांगला में की गई है। जांगला एक छोटा सा गांव है और यहां बमुश्किल किराने की दुकान एक थी लेकिन इतनी बड़ी संख्या में अफसरों के पहुंचने के बाद यहां हर घर दुकान और चाय नाश्ते के होटल में तब्दील हो गया है। जांगला में सप्ताह भर के भीतर ही 50 से ज्यादा छोटी-छोटी दुकानें खुल गई हैं।
