दुर्ग.दुर्ग जिले के पद्मनाभपुर चौकी में दुर्लभ कबूतर चोरी का मामला दर्ज हुआ है। दरअसल, राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्पर्धाओं में इस्तेमाल किए जाने वाले दुर्लभ प्रजाति के 125 कबूतर चोर घर से चुरा ले गए। इन कबूतरों की खासियत है कि ये लगातार 9 घंटे तक उड़ सकते हैं। इसी वजह से इन्हें चैंपियन कबूतर कहा जाता है। ख्याति ऐसी कि इन्हें देखने के लिए दूसरे राज्यों से भी लोग आते हैं।

माना जा रहा है कि इन्हीं खूबियों के चलते कबूतरों पर चोरों की नजर थी। इनको पालने वाले सुभाष नगर के राजू बंगाली की रिपोर्ट पर अब पुलिस चोरों को तलाश रही है। राजू बंगाली सोने-चांदी के गहने बनाने का काम करते हैं। अपने दो मंजिला मकान की ऊपरी मंजिल के दो कमरों में उन्होंने इन कबूतरों को रखने के लिए जगह बनाई है। बचपन से ही उन्हें कबूतर पालने का शौक रहा। वे खुद ही कबूतरों को दाना-पानी देते थे। राजू ने 2 अप्रैल की रात करीब 11 बजे इन कबूतरों को अंतिम बार देखा। इसके बाद अगले दिन सुबह ये गायब थे। राजू की रिपोर्ट पर पद्मनाभपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। चौकी प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव मामले की जांच कर रहे हैं।
सीआरपीएफ के डीआईजी ने उपहार में दिए थे 20 कबूतर
सीआरपीएफ हैदराबाद में पदस्थ डीआईजी अजय भारतंग भी राजू बंगाली के इन कबूतरों की प्रशंसा कर चुके हैं। जब वे रायपुर में पदस्थ थे तो उन्होंने इन कबूतरों की कलाबाजी देखी। भारतंग ने राजू को 20 कबूतर बतौर उपहार दिए थे। इनमें से भी 12 कबूतर चोरी हो गए हैं। ये कई स्पर्धाओं में पदक जीत चुके हैं। मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली, कलकत्ता, बेंगलुरू, चेन्नई जैसे जगहों से लोग इन्हें देखने आते रहे हैं।
मई-जून में राष्ट्रीय स्पर्धा में होने वाले थे शामिल
कबूतरों के मालिक राजू बंगाली के मुताबिक मई-जून में राष्ट्रीय स्पर्धा में ये कबूतर हिस्सा लेने वाले थे। उन्हें शक है कि इनकी चोरी इसी वजह से साजिशन की गई होगी। वे पिछले 25 सालों से कबूतरों को पाल रहे हैं। चोरी हुए सारे कबूतर चैंपियन हैं। वे बिना थके 8 से 9 घंटे तक उड़ सकते हैं। इनकी इंटेलिजेंसी भी गजब है।
अपराध दर्ज कर की जा रही पतासाजी
पद्भनाभपुर पुलिस चौकी के प्रभारी प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि कबूतर चोरी के मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। मैंने खुद स्पॉट पर जाकर जानकारी ली है। जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कीमत का आंकलन नहीं किया गया है।

