रायपुर, (जय प्रकाश पांडेय)। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग से 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी वर्ष प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकेंगे। लोक सुराज के माध्यम से छत्तीसगढ़ के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में अपना होमवर्क कर चुकी भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के टिप्स देने के साथ ही नरेंद्र मोदी पदाधिकारियों को संगठन स्तर पर और सक्रियता लाने का संदेश भी देंगे।
प्रधानमंत्री के इस दौरे के साथ ही छत्तीसगढ़ पूरी तरह चुनावी मोड़ में आ जाएगा। यही वजह है कि इसी माह के अंत तक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भी छत्तीसगढ़ पहुंचने का कार्यक्रम बन रहा है। बस्तर संभाग के जिला बीजापुर मुख्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में प्रधानमंत्री की जनसभा के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
एससी-एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक संबंधी फैसले के बाद दो अप्रैल को हुई देशव्यापी हिंसा को देखते हुए प्रधानमंत्री का छत्तीसगढ़ दौरा कई कारणों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री यहां से पूरे देश को बताएंगे कि मोदी सरकार ने दलित और पिछड़े समाज के लिए कितना कुछ किया है। भाजपा सरकार के कार्यों का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखते हुए नरेंद्र मोदी बस्तर संभाग के उस आदिवासी समाज का दर्द भी बांटेंगे जो तुलनात्मक रूप से आज भी विकास की दौड़ में बहुत पीछे है। दरअसल, करीब 13 फीसद दलित और 31 फीसद आदिवासी समाज वाले इस राज्य में 38 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए आरक्षित हैं। पहले इस तबके में कांग्रेस की पैठ बेहतर मानी जाती थी मगर बीते विधानसभा चुनावों ने साबित कर दिया है कि भाजपा ने इस समाज में अपनी गहरी पैठ बना ली है।
